राष्ट्रपति चुनाव: नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू कल अपने गृह राज्य ओडिशा से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचीं। जहां पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसी बीच आज मुर्मू राष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करने वाली […]
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू कल अपने गृह राज्य ओडिशा से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पहुंचीं। जहां पर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसी बीच आज मुर्मू राष्ट्रपति पद के लिए अपना नामांकन दाखिल करने वाली हैं। झारखंड की पूर्व राज्यपाल एनडीए के कई वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल करेंगी। इस दौरान ओडिशा की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल के प्रतिनिधि के रूप में दो वरिष्ठ मंत्री भी मौजूद रहेंगे। बता दें कि नवीन पटनायक की बीजद ने मुर्मू की उम्मीदवारी का समर्थन किया है।
एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू की ओर से नामांकन पत्र में प्रधानमंत्री मोदी पहले प्रस्तावक होंगे। इसके साथ ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेतत पार्टी के अन्य शीर्ष नेता भी प्रस्तावकों में शामिल रहेंगे। बताया जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर प्रस्तावकों के दस्तावेजों को तैयार किया जा रहा है। मुर्मू के नामांकन में बीजेपी अपना शक्ति प्रदर्शन भी करने वाली है। जिसमें सभी बीजेपी शासित राज्यों के सीएम मौजूद रहेंगे।
बता दें कि बीजू जनता दल अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्वीट कर राज्य विधानसभा के सभी सदस्यों से अनुरोध किया है कि वे 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में 64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू को वोट दें। जानकारी के मुताबिक फिलहाल पटनायक इटली की यात्रा पर गए है। उन्होंने मुर्मू को ओडिशा की बेटी बताते हुए लोगों से उनका समर्थन करने की अपील की है।
द्रौपदी मुर्मू के सफर की बात करें तो उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत ओडिशा में पार्षद बनने के साथ की थी। साल 1958 में 20 जून को जन्मी द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में भाजपा और बीजू जनता दल गठबंधन की सरकार के दौरान, 2000-2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार और 6 अगस्त, 2002 से मई तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री के पद पर रही थीं। इसके अलावा साल 2000 और 2004 में ओडिशा की रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से द्रौपदी विधायक भी रही हैं। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी बनी थीं।
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