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राष्ट्रपति चुनाव: NDA उम्मीदवार बनने के बाद बोली द्रौपदी मुर्मू- आश्चर्य में हूं, विश्वास नहीं हो रहा है

  राष्ट्रपति चुनाव 2022: नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश में सियासी सरगर्मियां बढ़ गई है। दो सबसे बड़े राजनीतिक गठबंधन एनडीए और यूपीए ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। यूपीए की तरफ से जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद के लिए दावेदारी ठोक रहे है। […]

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राष्ट्रपति चुनाव: NDA उम्मीदवार बनने के बाद बोली द्रौपदी मुर्मू- आश्चर्य में हूं, विश्वास नहीं हो रहा है
  • June 22, 2022 9:18 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

 

राष्ट्रपति चुनाव 2022:

नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश में सियासी सरगर्मियां बढ़ गई है। दो सबसे बड़े राजनीतिक गठबंधन एनडीए और यूपीए ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। यूपीए की तरफ से जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा देश के सबसे बड़े संवैधानिक पद के लिए दावेदारी ठोक रहे है। वहीं दूसरी तरफ एनडीए ने झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू को अपना उम्मीदवार बनाया है। संख्याबल के हिसाब से मुर्मू के जीतने की सबसे ज्यादा संभावना दिखाई दे रही है। इसी बीच NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि मैं आश्चर्य हूं और मुझे विश्वास नहीं हो रहा है।

द्रौपदी मुर्मू ने क्या कहा ?

एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने एक न्यूज एजेंसी बनने के बाद कहा कि मैं आश्चर्य हूं और मुझे विश्वास नहीं हो रहा। मैं आप सभी की आभारी हूं और ज्यादा बोलने की इच्छा नहीं है। संविधान में राष्ट्रपति की जो भी शक्तियां हैं मैं उसके अनुसार काम करूंगी।

सबसे समर्थन का अनुरोध करूंगी

द्रौपदी मुर्मू ने आगे कहा कि हमारा काम लोगों के पास जाना, निर्वाचक मंडल के सदस्यों तक पहुंचना और उनका सहयोग लेना है। मैं सभी दलों और राज्यों से समर्थन के लिए अनुरोध करूंगी।

द्रौपदी मुर्मू को जानिए…

द्रौपदी मुर्मू के सफर की बात करें तो उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत ओडिशा में पार्षद बनने के साथ की थी। साल 1958 में 20 जून को जन्मी द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में भाजपा और बीजू जनता दल गठबंधन की सरकार के दौरान, 2000-2002 तक वाणिज्य और परिवहन के लिए स्वतंत्र प्रभार और 6 अगस्त, 2002 से मई तक मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्य मंत्री के पद पर रही थीं। इसके अलावा साल 2000 और 2004 में ओडिशा की पूर्व मंत्री और रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से द्रौपदी विधायक भी रही हैं। द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल भी बनी थीं।

मुर्मू के पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव

पहली महिला राज्यपाल नियुक्त होने से पहले मुर्मू ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता भी रही हैं। बहरहाल निर्वाचित होने के बाद अब द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्रपति बनेंगी। इसके अलावा द्रौपदी भारत के ओडिशा राज्य से देश की पहली राष्ट्रपति हैं। द्रौपदी मुर्मू के पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है. उनका कार्यकाल काफी उत्कृष्ट रहा है।

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