Pakistan: नई दिल्ली, पाकिस्तान (Pakistan)के प्रधानमंत्री इमरान खान को अब इस्तीफा देना ही होगा. सरकार के बचने के सारे रास्ते अब बंद हो गए है. पाकिस्तानी मीडिया की खबरों को माने तो इमरान सरकार के गठबंधन में शामिल सबसे बड़े सहयोगी दल मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. […]
नई दिल्ली, पाकिस्तान (Pakistan)के प्रधानमंत्री इमरान खान को अब इस्तीफा देना ही होगा. सरकार के बचने के सारे रास्ते अब बंद हो गए है. पाकिस्तानी मीडिया की खबरों को माने तो इमरान सरकार के गठबंधन में शामिल सबसे बड़े सहयोगी दल मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. जिसके बाद अब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की सरकार पाकिस्तान के नेशनल असेंबली के निचले सदन में अल्पमत में आ गई है।
इमरान सरकार के अल्पमत में आने की जानकारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो ने ट्वीट कर दी. भुट्टो ने लिखा कि एकजुट विपक्ष अब और भी मजबूत हो गया है और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान पार्टी ने हमारे साथ गठबंधन कर लिया है. पीपीपी प्रमुख ने पाकिस्तान की जनता को बधाई देते हुए लिखा कि कल हम एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एमक्यूएम और पीपीपी के समझौते के बारे में जानकारी देंगे।
पाकिस्तान की मौजूदा इमरान खान सरकार सहयोगी एमक्यूएम के छोड़ कर जाने के बाद अब नेशनल असेंबली के निचले सदन में अल्पमत में आ गई है. बता दे कि 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में बहुमत के लिए 172 मतों की आवश्यकता होती है. इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की सरकार 179 सदस्यों के समर्थन से बनी थी. एमक्यूएम-पी के गठबंधन छोड़ने के बाद अब इमरान सरकार के पास सिर्फ 164 सदस्यों का ही मत रह गया है. इसी वजह से अब विपक्ष को इमरान सरकार को गिराने के लिए पीटीआई के असंतुष्ट सांसदों के समर्थन की जरूरत नहीं है।