पाकिस्तान नेशनल असेंबली: नई दिल्ली। पाकिस्तान के राजनीतिक इतिहास में शनिवार की रात वहीं हुआ जो पहले से होता आया है. लंबी राजनीतिक उठापटक और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आखिरकार संसद के निचले सदन यानि नेशनल असेंबली में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पेश हुआ और इमरान सरकार गिर […]
नई दिल्ली। पाकिस्तान के राजनीतिक इतिहास में शनिवार की रात वहीं हुआ जो पहले से होता आया है. लंबी राजनीतिक उठापटक और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आखिरकार संसद के निचले सदन यानि नेशनल असेंबली में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पेश हुआ और इमरान सरकार गिर गई. सदन में सरकार के खिलाफ 174 वोट पड़े जो इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के लिए काफी थे।
बता दे कि इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले ही नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर (Asad Kaiser) और डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी (Qasim Suri) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही सत्ताधारी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सभी सांसद सदन से बाहर चले गए।
नेशनल असेंबली से स्पीकर और डिप्टी स्पीकर के इस्तीफे के बाद विपक्षी दल पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सांसद अयाज सादिक (Ayaz Sadiq) ने स्पीकर की जिम्मेदारी संभाली. इसके बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई।
इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 174 वोट पड़े और इमरान खान नेशनल असेंबली की पिच पर क्लीन बोल्ड हो गए. बता दे कि पाकिस्तान के निचले सदन में सदस्यों की कुल संख्या 342 है और सरकार में बने रहने के लिए 172 सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता होती. शनिवार रात इमरान सरकार के खिलाफ बहुमत से 2 अधिक सांसदों ने वोट दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अब इमरान सरकार के गिरने के बाद पाकिस्तान की सत्ता में शरीफ परिवार फिर से विराजमान हो जाएगा. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे. गौरतलब है कि शाहबाज इससे पहले पंजाब प्रांत के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके है. जानकारी के मुताबिक शाहबाज के साथ उनके डिप्टी के भूमिका में पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) हो सकते है. बिलावल भुट्टों पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टों के बेटे है।