बेंगलुरु। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नरेंद्र मोदी और बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए 18 जुलाई को विपक्षी दल एक बार फिर इकट्ठा होंगे. यह बैठक कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में होगी, जिसमें करीब 24 विपक्षी पार्टियां शामिल होंगी. इससे पहले 23 जून को बिहार की राजधानी पटना में […]
बेंगलुरु। अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर नरेंद्र मोदी और बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए 18 जुलाई को विपक्षी दल एक बार फिर इकट्ठा होंगे. यह बैठक कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में होगी, जिसमें करीब 24 विपक्षी पार्टियां शामिल होंगी. इससे पहले 23 जून को बिहार की राजधानी पटना में हुई विपक्षी एकता की पहली मीटिंग में 15 दलों ने हिस्सा लिया था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस आलाकमान ने सभी 24 पार्टियों को फोन करके बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. मीटिंग से एक दिन पहले कांग्रेस सभी विपक्षी नेताओं के लिए एक डिनर आयोजित करेगी. बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने दक्षिण भारत के कई विपक्षी दलों को मीटिंग में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. पटना की विपक्षी महाबैठक के मुकाबले बेंगलुरु में होने वाली इस मीटिंग में 8 और पार्टियां शामिल होंगी.
कांग्रेस पार्टी ने दक्षिण भारत की जिन पार्टियों को आमंत्रित किया है, उनमें कोंगू देसा मक्कल काटची (KDMK), विदुथलाई चिरुथैगल काटची (VCK), रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP), मरुमालारची द्रविड़ मुनेत्र काजगम (MDMK), ऑल इंडिया फॉर्वर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मनी) का नाम शामिल है.
सोनिया गांधी भी हो सकती हैं शामिल
जानकारी के मुताबिक, 18 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी महाबैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल हो सकती हैं. कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार भी ऐसा दावा कर चुके हैं. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोनिया गांधी को विपक्षी बैठक में शामिल होने के लिए अनुरोध किया है. इसके साथ ही शिवकुमार ने आगे कहा कि हमें एक संदेश भी मिला है कि सोनिया गांधी इस महाबैठक में हिस्सा लेंगी.