नई दिल्ली/पटना: दिग्गज समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. भारत सरकार ने यह फैसला कर्पूरी की 100वीं जयंती के ठीक एक दिन पहले यानी 23 जनवरी को लिया. इस बीच आज जननायक की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी समेत […]
नई दिल्ली/पटना: दिग्गज समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा. भारत सरकार ने यह फैसला कर्पूरी की 100वीं जयंती के ठीक एक दिन पहले यानी 23 जनवरी को लिया. इस बीच आज जननायक की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी समेत कई नेताओं ने उन्हें याद किया और श्रद्धांजलि दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है, देशभर के मेरे परिवारजनों की ओर से जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को उनकी जन्म-शताब्दी पर मेरी आदरपूर्ण श्रद्धांजलि. इस विशेष अवसर पर हमारी सरकार को उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. बता दें कि इससे पहले कल जब कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा हुई थी, उसके बाद पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा था, मुझे इस बात की बहुत प्रसन्नता हो रही है कि भारत सरकार ने समाजिक न्याय के पुरोधा महान जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को भारत रत्न से सम्मानित करने का निर्णय लिया है.
पीएम मोदी ने आगे लिखा, उनकी जन्म-शताब्दी के अवसर पर यह निर्णय देशवासियों को गौरवान्वित करने वाला है. पिछड़ों और वंचितों के उत्थान के लिए कर्पूरी जी की अटूट प्रतिबद्धता और दूरदर्शी नेतृत्व ने भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर अमिट छाप छोड़ी है. यह भारत रत्न न केवल उनके अतुलनीय योगदान का विनम्र सम्मान है, बल्कि इससे समाज में समरसता को और बढ़ावा मिलेगा.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर एक्स पर लिखा, सामाजिक न्याय के अप्रतिम योद्धा जननायक कर्पूरी ठाकुर जी को उनकी जन्म शताब्दी पर सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. वह निश्चित ही भारत के अनमोल रत्न हैं और उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न दिए जाने के फैसले का स्वागत है. 2011 में हुई सामाजिक और आर्थिक जातीय जनगणना के नतीजों को भाजपा सरकार द्वारा छिपाना और राष्ट्रव्यापी जनगणना के प्रति उनकी उदासीनता सामाजिक न्याय के आंदोलन को कमज़ोर करने का प्रयास है.
राहुल आगे लिखते हैं, ‘भागीदारी न्याय‘ भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पांच न्यायों में से एक प्रमुख न्याय और सामाजिक समानता का केंद्र बिंदु है, जिसकी शुरुआत सिर्फ जातिगत जनगणना के बाद ही हो सकती है. सही मायने में यही कदम जननायक कर्पूरी ठाकुर जी और पिछड़ों और वंचितों के अधिकारों के लिए उनके संघर्षों को सच्ची श्रद्धांजलि भी होगा. देश को अब ‘सांकेतिक राजनीति’ नहीं ‘वास्तविक न्याय’ चाहिए.
वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने लिखा, मजबूत नेतृत्व, ईमानदार शख्सियत, सौम्य स्वभाव, संघर्षशील व्यक्तित्व, सबकी चिंता और दुर्बल-असहाय के लिए विशेष करुणा रखने वाले भारत रत्न जननायक स्व॰ कर्पूरी ठाकुर जी की शताब्दी जयंती पर कोटि कोटि नमन. जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के सामाजिक न्याय हेतु दिखाए मार्ग पर ही आज वंचितों उपेक्षितों का उत्थान सुनिश्चित हो रहा है.