भुवनेश्वर। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड को सुरक्षा ड्यूटी में तैनात ASI गोपाल दास ने अंजाम दिया। आरोपी एएसआई को हिरासत में ले लिया गया है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि अभी तक घटना की क्या वजह थी ये […]
भुवनेश्वर। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की रविवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड को सुरक्षा ड्यूटी में तैनात ASI गोपाल दास ने अंजाम दिया। आरोपी एएसआई को हिरासत में ले लिया गया है। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि अभी तक घटना की क्या वजह थी ये साफ नहीं हो सका है। इस हत्याकांड में जो बड़ी बातें निकलकर सामने आ रही हैं, वो काफी चौंकाने वाली हैं।
बताया जा रहा है कि आरोपी ASI आठ साल से बाइपोलर डिसऑर्डर का शिकार था। उसने जिस डॉक्टर से लगातार इलाज करवाया था, उसके पास एक साल से नहीं गया था। इतना ही नहीं, आरोपी अपनी पत्नी और बच्चों से मिलने भी पांच महीने से नहीं गया था। ओडिशा सरकार ने इस मामले में CID जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि यह घटना ओडिशा के झारसुगड़ा जिले ब्रजराजनगर इलाके की है। स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास यहां पर रविवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। प्रोटोकॉल के तहत उनकी सुरक्षा में ASI गोपाल कृष्ण दास की ड्यूटी लगी थी। इस बीच जैसे ही मंत्री कार्यक्रम स्थल के पास गांधी चौक पर पहुंचे और कार से उतरने लगे, उसी दौरान आरोपी ASI गोपाल ने उनके सीने से सटाकर रिवॉल्वर से ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इस घटना में स्वास्थ्य मंत्री लहूलुहान हो गए। मौके पर स्वागत करने के लिए खड़े स्थानीय लोगों ने आरोपी एएसआई को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया।
स्वास्थ्य मंत्री को तुरंत ब्रजराजनगर से झारसुगुड़ा के जिला अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने के बाद तुरंत उन्हें एयरलिफ्ट कर भुवनेश्वर ले जाया गया। वहां ऑपरेशन कर उनके शरीर से गोली निकाली गई। हालांकि कुछ ही घंटे बाद मंत्री की मौत हो गई, उन्हें बचाया नहीं जा सका। बता दें कि घटनास्थल का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें नब दास को गोली लगने के बाद खून बहते हुए देखा जा सकता है। कार ड्राइवर और आसपास के खड़े लोग उन्हें संभालते हुए दिख रहे हैं।
गौरतलब है कि आरोपी सहायक पुलिस उप निरीक्षत गोपाल दास की पत्नी का बड़ा बयान सामने आया है। आरोपी की पत्नी जयंती दास ने कहा है कि मुझे नहीं पता कि क्या हुआ है। इस घटना के बारे में मुझे न्यूज से पता चला है। सुबह से गोपाल से मेरी बात भी नहीं हुई है। आखिरी बार वो पांच महीने पहले घर आए थे। सुबह उन्होंने वीडियो कॉल पर बेटी से बात भी की थी। उनकी ये आखिरी कॉल थी। एएसआई की पत्नी ने आगे कहा कि गोपाल को कुछ मानसिक परेशानी थी, जिसका इलाज वो पिछले 7-8 सालों से करवा रहे थे। दवा लेने के बाद वो फिर से सामान्य व्यवहार करने लगते थे।
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