हनुमान चालीसा विवाद: मुंबई। महाराष्ट्र की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान पर आज शिवसैनिकों ने मुंबई में भारी हंगामा खड़ा कर दिया. सैकड़ों की संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता सड़को पर उतरकर नवनीत राणा के घर बाहर इकठ्ठा हो गए है. इसी बीच कुछ […]
मुंबई। महाराष्ट्र की निर्दलीय सांसद नवनीत राणा के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान पर आज शिवसैनिकों ने मुंबई में भारी हंगामा खड़ा कर दिया. सैकड़ों की संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता सड़को पर उतरकर नवनीत राणा के घर बाहर इकठ्ठा हो गए है. इसी बीच कुछ शिवसैनिक सांसद राणा के घर के बाहर लगे बैरिकेड को तोड़कर अंदर घुस गए है. जानकारी के मुताबिक नवनीत राणा भी घर के अंदर ही मौजूद है।
नवनीत राणा के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे शिवसैनिकों का कहा है कि अगर राणा को हनुमान चालीसा पढ़ना है तो वो अपने घर में पढ़े, हम किसी को भी मातोश्री में जाने नहीं देंगे. इस प्रदर्शन में शिवसेना की युवा इकाई युवासेना और महिला विंग भी शामिल है. शिवसैनिक घर के बाहर नवनीत राणा अमरवती बाहर जाओ को नारे लगा रहे है।
बता दें कि अमरवती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने ऐलान किया था कि वो शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगी. नवनीत के इस ऐलान के बाद महाराष्ट्र की सियासत में अजान और हनुमान चालिसा विवाद भी फिर से चर्चा में आ गया. सांसद राणा ने हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए सुबह 9 बजें का समय बताया था।
हनुमान चालीसा पाठ के ऐलान के बाद मुंबई पुलिस ने नवनीत राणा को नोटिस भेजकर कहा था कि वो मुख्यमंत्री ठाकरे के घर के बाहर ना जाए. पुलिस ने साफ करते हुए कहा था कि अगर नवनीत जबरदस्ती मातोश्री जाने का प्रयास करती है तो उनपर कार्रवाई भी की जा सकती है।
नवनीत राणा के हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान के बाद शुक्रवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उनको वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है. जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय को नवनीत की सुरक्षा को लेकर कई खुफिया अलर्ट मिले थे. जिसके बाद उनकों सुरक्षा देने का फैसला किया गया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र की राजनीति में हनुमान चालीसा को लेकर विवाद की शुरूआत मनसे प्रमुख राज ठाकरे के उस भाषण के बाद हुई थी. जिसमें राज ने कहा था कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर को नहीं हटाया गया तो उनके पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. मनसे प्रमुख ने इसे लेकर राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार को 3 मई तक का अल्टीमेटम भी दिया था।