मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर हुई नाव दुर्घटना को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. जिस नीलकमल नाव पर 110 लोग सवार थे उस पर पर्याप्त लाइफ जैकेट नहीं थे. लाइफ जैकेट न मिलने की वजह से कई लोगों की जान चली गई.
मुंबई. मुंबई में बुधवार को हुए नाव दुर्घटना में 3 नौसेनिकों समेत 13 लोगों की जान चली गई जबकि 101 लोगों को बचा लिया गया. दुर्घटना को लेकर जो जानकारी सामने आ रही है वह बहुत ही चौंकाने वाली है. नीलकमल नाव में सवार लोग एलीफेंटा की गुफाओं की ओर जा रहे थे. लोग मौज मस्ती के मूड में थे, अरब सागर और आसमान का नजारा देख रहे थे और आपस में बात किये जा रहे थे. यात्रियों के मुताबिक उनकी नौका यात्रा 3.30-4.00 बजे के बीच शुरू हुई थी और तट से लगभग 10 किलोमीटर आगे निकली ही थी कि नौसेना की स्पीड बोट तेजी से आती हुई दिखी. वो हमारे नाव का चक्कर लगाने लगी. यात्री डर गये,ऐसा लगा कि कुछ होने वाला है. तभी नौसेना की स्पीड बोट ने नीलकमल में टाक्कर मार दी.
हादसे के बाद नीलकम में पानी भरने लगा, वह पलटने लगी. नाव चालक ने सब लोगों से कहा कि जल्दी से लाइफ जैकेट पहन लें. सब लोग लाइफ जैकेट पहनने लगे लेकिन सबके लिए लाइफ जैकेट नहीं था. नियमानुसार नाव पर सवार होते समय ही सबको लाइफ जैकेट पहनाई जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया. नाव पर 110 लोग थे और जैकेट कम, इसका भेद तब खुला जब हादसा हो गया. इसके बाद सब कुछ भगवान भरोसे थे. एकदम से अफरा तफरी मच गई.
आनन-फानन में नौसेना, जेएनपीटी, तटरक्षक बल, पुलिस और स्थानीय मछुआरों की नौकाओं की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, 101 यात्री बचाये गये. तीन नौसैनिकों समेत 13 लोगों की जान चली गई. बचाये गये 101 यात्रियों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. जिनकी जान चली गई उनके घर में कोहराम मचा हुआ है. एक यात्री के मुताबिक पहले लगा कि नौसेनाकर्मी मस्ती के लिए निकले हैं.
नौसेना का कहना है कि मुंबई हार्बर में जांच के दौरान भारतीय नौसेना की स्पीड बोट इंजन में खराबी आ गई जिसके कारण वो कंट्रोल खो बैठी. वह यात्री बोट नीलकमल से टकरा गई और यह हादसा हो गया जिसमें 3 नौ सैनिकों समेत 13 लोगों की मौत हो गई. 101 लोग बचा लिये गये हैं जिनमें से पांच की हालत गंभीर है. नौसेना ने X पोस्ट डालकर कर बताया है कि नौसेना का जहाज इंजन ट्रायल पर था, कैप्टन उस पर से नियंत्रण खो बैठा और यह टक्कर हो गई. चार नेवी हेलीकॉप्टर, 11 नेवी जहाज, एक कोस्ट गार्ड बोट और तीन समुद्री पुलिस बोट रेस्क्यू ने रेस्क्यू किया. यात्रियों का कहना है कि उन्हें लगभग आधे घंटे बाद मदद मिली.
Read Also-