नई दिल्ली: रविवार को दिल्ली के अधिकांश इलाकों में बारिश से मौसम सुहावना हो गया है. ये बारिश शनिवार रात से ही जारी है जिससे पिछले कई दिनों से तपिश झेल रहे उत्तर भारत के कई राज्यों में सुकून मिला है. शनिवार को लोगों को गर्मी से राहत मिली है जहां रविवार की सुबह तक […]
नई दिल्ली: रविवार को दिल्ली के अधिकांश इलाकों में बारिश से मौसम सुहावना हो गया है. ये बारिश शनिवार रात से ही जारी है जिससे पिछले कई दिनों से तपिश झेल रहे उत्तर भारत के कई राज्यों में सुकून मिला है. शनिवार को लोगों को गर्मी से राहत मिली है जहां रविवार की सुबह तक दिल्ली में बारिश दर्ज़ की गई. मौसम विभाग की मानें तो शनिवार को धीमी शुरुआत के बाद मानसून तेजी से आगे बढ़ा. आइए जानते हैं किन राज्यों में अब तक मानसून ने दस्तक दे दी है और किन राज्यों में आना बाकी है.
Southwest Monsoon has advanced over Mumbai and Delhi today, 25th June: India Meteorological Department https://t.co/Erq7z1QJoX pic.twitter.com/AjJJRNjbH2
— ANI (@ANI) June 25, 2023
IMD के अनुसार महाराष्ट्र, पूरे कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, ओडिशा, पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों और हरियाणा के कुछ इलाकों में मानसून आ चुका है. देश के ज़्यादातर राज्यों में बारिश होने का अनुमान जताया गया है. इस बीच ख़ास बात ये है कि दिल्ली और मुंबई में मानसून एक ही समय पर पहुंचने का अनुमान जताया गया है. आमतौर पर मानसून केरल में 1 जून तक प्रवेश करता है और मुंबई में 11 जून तक. इसके बाद 27 जून तक मानसून का दिल्ली आगमन होता है. लेकिन दिल्ली में इस साल मानसून ने पांच दिन पहले ही दस्तक दे दी है. दूसरी ओर मुंबई में इस साल देर से बारिश हुई है.
उधर देश के कई हिस्सों में मानसून ने तय समय पर ही दस्तक दी है जिसमें लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के एक बड़े हिस्से को बड़ी राहत मिली है. मध्य भारत की बात करें तो यहां मानसून की स्थिति निर्धारित समय से 10-12 दिन पीछे चल रही है. चक्रवात ‘बिपारजॉय की वजह से देश के दक्षिण राज्यों और पश्चिमी-मध्य भागों में मानसून की प्रगति पर प्रभाव पड़ा है.
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी का कहना है कि कल (रविवार) तक मानसून पूरे महाराष्ट्र और गुजरात में आ सकता है. इसके अलावा राजस्थान के भी कुछ इलाकों में मानसून की दस्तक हो सकती है. उत्तर भारत के अधिकांश जिलों के लिए मानसून के आगे बढ़ने की स्थिति अनुकूल बताई गई है.