नई दिल्ली, भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन बड़ा कीर्तिमान रचने से चूक गए, शनिवार को ऑल इंग्लैड चैंपियनशिप (All England Championship) के फाइनल मुकाबलें में वो विश्व के नंबर 1 शटलर विक्टर एक्सेलसन से हार गए. 20 वर्षीय भारतीय स्टार शटलर ने विक्टर का जमकर मुकाबला किया, लेकिन वो इस प्रतिष्ठित खिताब को जीतने के भारत के 21 साल से चले आ रहे सपने को पूरा नहीं कर सके.
रविवार 20 मार्च को इंग्लैड के बर्मिंघम एरीना में खेले गए खिताबी मुकाबले में लक्ष्य सेन ने डेनमार्क के विश्व नंबर 1 खिलाड़ी विक्टर एक्सेलसन का डटकर सामना किया. वो एक कड़े मुकाबले में 21-10, 21-15 से डेनमार्क के दिग्गज खिलाड़ी से हार गए. बता दे कि विक्टर दूसरी बार ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के चैंपियन बने है. लक्ष्य और विक्टर के बीच अनुभव का लंबा फासला है, लेकिन इसके बावजूद लक्ष्य ने उन्हे आसानी से खिताब जीतने नहीं दिया.
खिताबी मुकाबला खत्म होने के बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच कोर्ट में सम्मान देखने के मिला. लक्ष्य ने अपने प्रतिद्धंदी खिलाड़ी विक्टर को जीत के बाद जाकर बधाई दी और गलें मिले. विक्टर ने भी लक्ष्य को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई दी. इसके बाद दोनों खिलाड़ियों ने एक-दूसरे की जर्सी को बदला. गौरतलब है कि चैंपियन विक्टर और लक्ष्य कुछ वक्त पहले दुबई में एक साथ ट्रेनिंग भी कर चुके है.
बैडमिंटन की दुनिया में सबसे प्रसिद्ध टूर्नामेंट माना जाने वाला ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के फाइनल तक का सफर अभी तक 5 भारतीयों ने तय किया है, लेकिन इन 5 में से सिर्फ 2 ही खिलाड़ियों ने खिताब को अपने नाम किया है. दिग्गज शटलर प्रकाश पादुकोण ने 1980 में और 2001 में पुलेला गोपीचंद ने यह टूर्नामेंट जीता था. लक्ष्य से पहले 2015 में ओलम्पिक मेडलिस्ट सानिया नेहवाल भी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची थी, लेकिन उनको सफलता हासिल नहीं हुई थी।