मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में शुक्रवार(24 फरवरी) को एक कोल्ड स्टोरेज का बॉयलर फटने से बड़ी दुर्घटना हो गई. जहां कोल्ड स्टोरेज में बॉयलर फटने से स्टोरेज का लेंटर गिर गया जिसकी चपेट में आने से 5 लोगों की जान चली गई. घटना की सूचना पाते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है. […]
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ में शुक्रवार(24 फरवरी) को एक कोल्ड स्टोरेज का बॉयलर फटने से बड़ी दुर्घटना हो गई. जहां कोल्ड स्टोरेज में बॉयलर फटने से स्टोरेज का लेंटर गिर गया जिसकी चपेट में आने से 5 लोगों की जान चली गई. घटना की सूचना पाते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है. पुलिस ने बताया कि लेंटर के मलबे के नीचे 10 से अधिक लोग दबे हुए हैं. स्थानीय लोग और पुलिस रेस्क्यू आपॅरेशन में जुटे हुए हैं.
दरअसल ये पूरा मामला दौराला थाना क्षेत्र का है. अभी भी मलबे में कई लोग दबे हुए हैं जिनको निकालने का प्रयास किया जा रहा है. साथ है NDRF की टीम भी राहत बचाव कार्यो में जुट गई है. बता दें, यह कोल्ड स्टोरेज पूर्व विधायक चंद्रवीर सिंह का है जो बीएसपी से पूर्व विधायक हैं. वर्तमान में चंद्रवीर सिंह सपा-आरएलडी गठबंधन में शामिल हैं. जानकारी के अनुसार मलबे में कुछ मजदूर भी दबे हो सकते हैं. कुछ रिसाव के कारण बेहोश भी हो गए हैं. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. फिलहाल घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है. JCB के जरिए मलबा हटाया जा रहा है. फायर ब्रिगेड की भी गाड़ी मौके पर मौजूद है. NDRF और SDRF की टीम राहत कार्य में जुटी हुई है.
फिलहाल मौके पर कई शीर्ष अधिकारी भी मौजूद हैं. जिनमें मेरठ एडीजी जोन राजीव सभरवाल, मेरठ कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे, डीएम, एसएसपी, सीओ, एसडीएम समेत कई अधिकारी शामिल हैं. केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी भी मौके पर पहुँच चुके हैं. सपा विधायक अतुल प्रधान की पत्नी पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान, पूर्व विधायक संगीत भी मौके पर जायजा लेने पहुंची हुई हैं.
मेरठ की कमिश्नर सेल्वा कुमारी ने इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए बताया कि बॉयलर फटने की घटना में 5 की मौत हो गई है. इस घटना में 5 गंभीर रूप से घायल हैं. 7 मामूली रूप से घायल हैं. इस हादसे में कुल मिलाकर 27 लोग दबे हुए हैं. अधिकारियों का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन तब तक चलेगा, जब तक मलबे में फंसे सभी लोगों को बाहर न निकाल लिया जाए. कोल्ड स्टोरेज का बॉयलर क्यों फटा इस बात की जांच की जा रही है. पहले पुलिस और राहत बचाव कार्यों में जुटी टीमों की प्राथमिकता मलबे से लोगों को बाहर निकालने की है.
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