मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में इस वक्त घमासान मचा हुआ है। चुनाव आयोग द्वारा शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और निशान दिए जाने के बाद उद्धव गुट आक्रमक है। शनिवार को मातोश्री में उद्धव गुट के विधायकों और सांसदों की बैठक हुई। इस मीटिंग में भविष्य को लेकर चर्चा हुई। इस बीच आज उद्धव […]
मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में इस वक्त घमासान मचा हुआ है। चुनाव आयोग द्वारा शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और निशान दिए जाने के बाद उद्धव गुट आक्रमक है। शनिवार को मातोश्री में उद्धव गुट के विधायकों और सांसदों की बैठक हुई। इस मीटिंग में भविष्य को लेकर चर्चा हुई। इस बीच आज उद्धव ठाकरे ने बड़ा बयान दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने बीजेपी से गठबंधन टूटने को लेकर कहा कि मैं कांग्रेस की तरफ नहीं गया, उन्होंने मुझे धकेला था।
उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि मैंने चोरों को चुनौती दी है कि हिम्मत है तो चुनाव लड़ो और जीतो। मैंने हिंदुत्व नहीं छोड़ा है, भाजपा ने छोड़ा है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि गठबंधन बीजेपी ने तोड़ा था, मैंने नहीं। मैं पहले भी हिंदू था और आज भी हिंदू हूं।
फेसबुक लाइव के जरिए शिवसैनिकों को संबोधित करते हुए उद्धव ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता था कि चुनाव आयोग ऐसा फैसला लेगा। चोरों ने मेरा धनुष बाण चुरा लिया है, लेकिन प्रभु श्री राम अब मेरे साथ है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि पहले सभी लोग घर आते थे, लेकिन बीते कुछ वक्त से घर आने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और काशी का रिश्ता बहुत पुराना है। हमें उम्मीद नहीं थी कि चुनाव आयोग इतनी जल्दी फैसला लेगा। उन्होंने हमारा धनुष-बाण छीन लिया है, लेकिन श्री राम अभी हमारे साथ हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मैंने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ा है, लेकिन हिंदुत्व को नहीं। मुझे उनका हिंदुत्व स्वीकार नहीं है। मेरे पिता और मेरे लिए हिंदुत्व मतलब देशप्रेम है। मैं जनता से पूछता हूं कि मैंने क्या गलती की है। उन्होंने कहा कि जो आज हिंदुत्व की बात कर रहे हैं, वो दंगों के वक्त कहां थे? अब 56 इंच का सीना दिखा रहे हैं, लेकिन तब आपके पसीने छूट रहे थे।
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