महाराष्ट्र: शिंदे सरकार ने जीता विश्वास मत, पक्ष में 164 और खिलाफ पड़े 99 वोट

महाराष्ट्र: मुंबई। महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने आज विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। सदन में हुए बहुमत परीक्षण में शिंदे गुट और बीजेपी की सरकार के पक्ष में 164 वोट और खिलाफ 99 वोट पड़े। भारी विरोध के बीच विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने इस फैसले का ऐलान किया। बहुमत साबित करने के […]

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महाराष्ट्र: शिंदे सरकार ने जीता विश्वास मत, पक्ष में 164 और खिलाफ पड़े 99 वोट

Vaibhav Mishra

  • July 4, 2022 12:08 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

महाराष्ट्र:

मुंबई। महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने आज विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। सदन में हुए बहुमत परीक्षण में शिंदे गुट और बीजेपी की सरकार के पक्ष में 164 वोट और खिलाफ 99 वोट पड़े। भारी विरोध के बीच विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने इस फैसले का ऐलान किया। बहुमत साबित करने के बाद बीजेपी विधायक राम कदम ने कहा कि ये देखो जीत गए, ठोक बजा के।

स्पीकर चुनाव में भी मिली आसान जीत

महाराष्ट्र विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन रविवार को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव हुआ। जिसमें शिंदे गुट और बीजेपी के तरफ से राहुल नार्वेकर उम्मीदवार थे और महाविकास अघाड़ी की ओर से राजन साल्वी प्रत्याशी थे। चुनाव में राहुल नार्वेकर ने आसानी से बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया। राहुल को 164 वोट मिले। वहीं दूसरी तरफ अघाड़ी उम्मीदवार राजन साल्वी को 107 वोट मिले।

अयोग्यता को लेकर बढ़ा विवाद

बता दें कि इससे पहले रविवार को दोनों शिंदे गुट और उद्धव खेमे ने स्पीकर चुनाव के लिए शिवसेना विधायकों को व्हिप जारी किया था। जिसमें दोनों ने अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करने की बात कही थी। चुनाव के बाद शिंदे और उद्धव दोनों गुट ने एक-दूसरे पर व्हिप के उल्लंघन का आरोप लगाया। उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि बागी 39 विधायकों ने पार्टी के व्हिप का पालन नहीं किया है इसीलिए राज्य विधानसभा से ऐसे विधायकों को अयोग्य किया जाए। दूसरी तरफ शिंदे गुट की तरफ से भी उद्धव खेमे के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग की गई है।

12 दिन बाद हुई घर वापसी

गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से बगावत करने के बाद बागी विधायकों की आखिरकार 12 दिनों के बाद घर वापसी हुई है। अब सभी विधायक अपने-अपने घर जा पाएंगे। बीते 21 जून को शिंदे बगावत करके 25 से अधिक विधायकों के साथ गुजरात के सूरत में चले गए थे। इस खबर ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल पैदा कर दी थी। इसके बाद सभी विधायक असम की राजधानी गुवाहाटी चले गए। धीरे-धीरे विधायकों की संख्या बढ़ती गई और महाविकास अघाड़ी सरकार को समर्थन देने वाले 50 से अधिक विधायक बागी हो गए और आखिरकार उद्धव सरकार गिर गई।

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