महाराष्ट्र सियासी संकट: मुंबई। महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच अब शिंदे गुट और उद्धव गुट आमने सामने आ गए है। राज्य के कई हिस्सों में शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ उद्धव समर्थकों का गुस्सा दिख रहा है। बातचीत और समझौते की खत्म होती संभावना के बीच अब दोनों गुटो के नेता एक […]
मुंबई। महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच अब शिंदे गुट और उद्धव गुट आमने सामने आ गए है। राज्य के कई हिस्सों में शिवसेना के बागी विधायकों के खिलाफ उद्धव समर्थकों का गुस्सा दिख रहा है। बातचीत और समझौते की खत्म होती संभावना के बीच अब दोनों गुटो के नेता एक दूसरे पर ज्यादा हमलावर हो गए है। इसी बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने एकनाथ शिंदे को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि शिवसेना को कोई हाइजैक नहीं कर सकता है। ये संकट पार्टी के विस्तार के लिए एक बड़ा मौका है।
राजनीतिक घमासान के बीच असम के गुवाहाटी में डेरा जमाए एकनाथ शिंदे गुट ने उद्धव सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र में हमारे आवास और दफ्तर के बाहर की सुरक्षा हटा ली गई है। बताया जा रहा है कि इसे लेकर शिंदे गुट ने मुख्यमंत्री उद्धव और राज्य के गृह विभाग को चिट्ठी लिखकर अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की है।
बता दें कि शिवसैनिकों के बवाल की आशंका के बीच के बागी विधायक तानाजी सावंत के दफ्तर में तोड़फोड़ की खबर सामने आ रही है। इस तोड़फोड़ का सीधा आरोप शिवसैनिकों पर लगाया गया है। बताया जा रहा है कि तोड़फोड़ करने वाले लोगों के हाथों में बाला साहेब के पोस्टर और शिवसेना के झंडे थे। इस दौरान वो उद्धव हम तुम्हारे साथ नारे लगा रहे थे।
बागी विधायक तनाजी सावंत के दफ्तर में हुई तोड़फोड़ को सही ठहराते हुए शिवसेना के बड़े नेता चंद्रकांत जाधव ने कहा कि ये सिर्फ एक्शन का रिएक्शन है। सभी बागियों को शिवसेना की भाषा में जवाब दिया जायेगा और अब ये रिएक्शन पूरे महाराष्ट्र में दिखेगा।
गौरतलब है कि एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में हिंसा और कानून व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए 30 जून तक सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। इलाके में लाठी, पोस्टर जलाना, हथियार, पुतला जलाने पर रोक लगा दी गई है। इस दौरान नारे लगाने या स्पीकर पर गाने बजाने की भी अनुमति पर भी रोक लगा दी गई है।
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