महाराष्ट्र राजनीतिक संकट: मुंबई। महाविकास अघाड़ी गठबंधन से शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद अब राज्य में सियासी घमासान लगातार बढ़ता जा रहा है। शिवसेना के बागी विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में डेरा जमाए एकनाथ शिंदे को समर्थन देने वाले विधायकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बताया जा रहा है […]
मुंबई। महाविकास अघाड़ी गठबंधन से शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद अब राज्य में सियासी घमासान लगातार बढ़ता जा रहा है। शिवसेना के बागी विधायकों के साथ असम के गुवाहाटी में डेरा जमाए एकनाथ शिंदे को समर्थन देने वाले विधायकों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि शिंदे को समर्थन करने वाले बागी विधायकों की संख्या इस वक्त 50 के करीब पहुंच गई है और जल्द ही ये 50 के पार भी जा सकती है। दूसरी तरफ शिंदे ने दावा किया है कि उनके पास फिलहाल शिवसेना के 37 विधायकों का समर्थन हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र की सियासत में जारी कलह के बीच गुवाहाटी में मौजूद एकनाथ शिंदे का खेमा चाहता है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एनसीपी और कांग्रेस से गठबंधन तोड़कर फिर से भाजपा के साथ गठबंधन कर सरकार बनाए। हालांकि महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट की इस मांग को मानने से इनकार कर दिया है। ताजा मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल शिंदे के पास शिवसेना के 37, प्रहार जनशक्ति पार्टी (पीजेपी) के 2 और 9 निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। इस वक्त गुवाहाटी के होटल रेडिसन में कुल 48 विधायक मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि शिवसेना के 3 और 5 निर्दलीय विधायक आज गुवाहाटी पहुंच कर शिंदे को अपना समर्थन दे सकते हैं।
खबरों की मानें तो ठाणे नगर निगम के 60 नगर सेवक इस वक्त एकनाथ शिंदे की बगावत का समर्थन कर रहे हैं। बता दें कि पिछले तीन दशक से ठाणे नगर निगम की सत्ता में शिवसेना मौजूद है। बताया जा रहा है कि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के मद्देनजर शिवसेना नेतृत्व लगातार नगरसेवकों से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन 60 से अधिक नगर सेवकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। इसी बीच आज सीएम उद्धव ठाकरे ने दोपहर 12.30 बजे मुंबई के शिवसेना भवन में पार्टी की बैठक बुलाई है। जिसमें शिवसेना के सभी प्रमुख नेताओं को शामिल होने के लिए कहा गया है।
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