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महाराष्ट्र: BJP विधायक नितेश राणे ने विधानसभा सेक्रेटरी को लिखी चिट्ठी, संजय राउत पर कार्रवाई की मांग

मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना के दोनों गुटों के बीच टकराव जारी है. दोनों ही गुट के नेता लगातार एक-दूसरे पर हमलावर हैं. इस बीच सत्ताधारी शिंदे गुट की सहयोगी पार्टी बीजेपी के विधायक नितेश राणे ने महाराष्ट्र विधानसभा के सेक्रेटरी को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में उन्होंने उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद […]

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महाराष्ट्र: BJP विधायक नितेश राणे ने विधानसभा सेक्रेटरी को लिखी चिट्ठी, संजय राउत पर कार्रवाई की मांग
  • September 25, 2023 11:57 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना के दोनों गुटों के बीच टकराव जारी है. दोनों ही गुट के नेता लगातार एक-दूसरे पर हमलावर हैं. इस बीच सत्ताधारी शिंदे गुट की सहयोगी पार्टी बीजेपी के विधायक नितेश राणे ने महाराष्ट्र विधानसभा के सेक्रेटरी को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में उन्होंने उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत और अंबादास दानवे पर कार्रवाई की मांग की है. राणे ने विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर को लेकर लिए दिए गए बयान पर दोनों नेताओं पर विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई करने की मांग की है.

विधानसभा अध्यक्ष पर बना रहे दबाव

भाजपा विधायक नितेश राणे ने विधानसभा स्पीकर को लिखे पत्र में कहा है कि संजय राउत और अंबादास दानवे अपने बयानों के जरिए विधानसभा अध्यक्ष पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. वे ऐसे वक्त में विधानसभा अध्यक्ष को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं जब विधायकों की अयोग्यता के मामले पर सुनवाई लंबित है. राउत और दानवे के बयान सुनवाई को प्रभावित करने का प्रयास है.

संजय राउत ने ये आरोप लगाया था

बता दें कि इससे पहले उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने विधानसभा अध्यक्ष पर एकपक्षीय कार्रवाई करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र में इस वक्त संविधान, कानून और विधायिका को बेईमानी से विलंबित करने का प्रयास किया जा रहा है. संवैधानिक पदों पर बैठे लोग गैर कानूनी तरीके से बनी सरकार को चला रहे हैं. इसके साथ ही राउत ने ये भी कहा था कि विधानसभा स्पीकर तानाशाही कर रहे हैं.

विलंबित न्याय भी अन्याय है- दानवे

वहीं, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने भी राउत की तरह बयान दिया. उन्होंने कहा कि विलंबित न्याय को भी अन्याय ही माना जाता है. यह अन्याय इस वक्त विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा किया जा रहा है. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की सरकार बनने के बाद उद्धव गुट ने शिंदे गुट के विधायकों पर दल बदल के आरोप लगाए हैं. शिंदे खेमे ने भी इसी तरह के आरोप उद्धव गुट पर लगाए और उनके विधायकों को अयोग्य घोषित करने की मांग की. इसके बाद यह मामला अब विधानसभा स्पीकर के पास लंबित है.

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