देश भर में अपने बयान से सुर्खियों में रहने वाले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद पोस्टमार्टम हो गया जिसमें कुछ अहम खुलासे हुए हैं. उधर योगी सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए CBI जांच कराने का फैसला किया है और इसकी सिफारिश […]
देश भर में अपने बयान से सुर्खियों में रहने वाले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद पोस्टमार्टम हो गया जिसमें कुछ अहम खुलासे हुए हैं. उधर योगी सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए CBI जांच कराने का फैसला किया है और इसकी सिफारिश केंद्र को देर रात भेज दी. सुसाइड नोट को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है जबकि संदेह के घेरे में आये शिष्य आनंद गिरी व आद्या तिवारी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. बता दें कि नरेंद्र गिरी का शव अल्लापुर में बांघबरी गद्दी मठ के कमरे में 20 सितंबर को फंदे से लटका मिला था, एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए अपने शिष्य आनंद गिरी व आद्या तिवारी को जिम्मेदार ठहराया है. संगम तट स्थित लेटे हनुमान मंदिर के महंत स्वामी नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य चर्चित योग गुरू आनंद गिरि के बीच पिछले दिनों विवाद सुर्खियों में रहा था, आनंद गिरि को अखाड़ा परिषद तथा मठ बाघंबरी गद्दी के पदाधिकारी के पद से निष्कासित कर दिया गया था.