Lakshadweep vs Maldives: लक्षद्वीप या मालदीव… दोनों में कौन बेहतर?

नई दिल्ली: लक्षद्वीप और मालदीव के बीच आपके आइलैंड गेटवे का चयन करना कठिन हो सकता है। दोनों ही स्थान अपने सफेद रेत की चट्टानों, फ़िरोज़ी पानी और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध हैं। लेकिन भारतीय पर्यटकों के लिए इन दोनों द्वीपों की यात्रा का खर्च और परमिट प्रक्रिया में काफी अंतर है, आपके लिए […]

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Lakshadweep vs Maldives: लक्षद्वीप या मालदीव… दोनों में कौन बेहतर?

Vaibhav Mishra

  • January 10, 2024 6:27 pm Asia/KolkataIST, Updated 11 months ago

नई दिल्ली: लक्षद्वीप और मालदीव के बीच आपके आइलैंड गेटवे का चयन करना कठिन हो सकता है। दोनों ही स्थान अपने सफेद रेत की चट्टानों, फ़िरोज़ी पानी और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध हैं। लेकिन भारतीय पर्यटकों के लिए इन दोनों द्वीपों की यात्रा का खर्च और परमिट प्रक्रिया में काफी अंतर है, आपके लिए दोनों जगह शानदार रिजार्ट्स का आनंद लेने का अवसर है। हालांकि, दोनों के प्राइस में कुछ विभिन्नता हो सकती है। आपके बजट को सबसे अच्छे रूप में क्या सूट करेगा यह तो आपके ऊपर है लेकिन दोनों स्थान का चयन करने के लिए, यहां इनके पर्यटन लागतों का एक तुलनात्मक विश्लेषण करने की कोशिश है। आपके निर्णय से पहले कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए।

परमिट

लक्षद्वीप- सभी भारतीय पर्यटकों को, हवाई जहाज़ या जहाज़ के ज़रिए आने पर, द्वीप प्रवेश परमिट (Entry Permit) लेना अनिवार्य है। यह परमिट किसी अधिकृत ट्रैवल एजेंट या लक्षद्वीप पर्यटन विभाग से ऑनलाइन या ऑफलाइन प्राप्त किया जा सकता है। आवेदन शुल्क सिर्फ 50 रुपये है, लेकिन 12 से 18 साल के बच्चों के लिए 100 रुपये और 18 साल से ऊपर के व्यक्तियों के लिए 200 रुपये का अतिरिक्त विरासत शुल्क देना होता है। इस परमिट के साथ आपको पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट और पहचान पत्र की फोटोकॉपी भी जमा करनी होगी।

मालदीव- भारतीय पर्यटकों को मालदीव्स की यात्रा के लिए वीज़ा की ज़रूरत नहीं होती है। 30 दिन तक की यात्रा के लिए सिर्फ वैध पासपोर्ट ही काफी है। भारतीय पर्यटकों को मालदीव्स की यात्रा के लिए किसी परमिट की भी आवश्यकता नहीं होती है.

ट्रैवलिंग

लक्षद्वीप- भारत के तट पर बसा लक्षद्वीप 36 द्वीपों का समूह है, लेकिन यहाँ सिर्फ 10 द्वीपों में ही लोग रहते हैं और पर्यटकों के लिए भी सिर्फ कुछ ही द्वीप खुले हैं। यहाँ आना आसान नहीं है, क्योंकि द्वीपों तक सिर्फ मुंबई, बेंगलुरु, कोच्चि, त्रिवेंद्रम या चेन्नई से नाव या हवाई जहाज़ से ही जाया जा सकता है। विदेशों से सीधे लक्षद्वीप आने वाली कोई उड़ान नहीं है। एक व्यक्ति के लिए हवाई जहाज़ (इकॉनॉमी क्लास) का औसतन राउंड-ट्रिप खर्च लगभग 13 हज़ार रुपये से ज़्यादा तक लग सकता है

मालदीव- मालदीव्स की खूबसूरती श्रीलंका के नीचे हिंद महासागर में फैले 1,190 से ज्यादा द्वीपों का समूह है। लक्षद्वीप के उलट, मालदीव्स दुनिया के कई देशों से सीधी अन्तरराष्ट्रीय फ्लाइट्स के ज़रिए आसानी से पहुंचा जा सकता है। वहां माले अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से कई Resorts खूबसूरत सीप्लेन का सफर भी देते हैं। भारत से जाने के लिए मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु और त्रिवेंद्रम जैसे शहरों से आप सीधी फ्लाइट्स ले सकते हैं। मालदीव्स में ज़्यादा देशों से अन्तरराष्ट्रीय कनेक्शन होने से आपको फ्लाइट के विकल्प और कीमतों में ज़्यादा चुनाव मिलता है। आमतौर पर, इकॉनमी क्लास की दो तरफ़ा फ्लाइट का खर्च एक व्यक्ति के लिए लगभग 30,000 हज़ार रुपये से ज़्यादा तक भी लग सकता है।

सीधी उड़ानों में लक्षद्वीप स्पष्ट रूप से सस्ता है। कनेक्टिंग फ्लाइट्स पर भी, लक्षद्वीप सस्ता हो सकता है, लेकिन ऑफर और रूट के आधार पर ये भी अलग-अलग हो सकते है।

भोजन के मामले में लक्षद्वीप

  • लक्षद्वीप का भोजन केरल के मालाबार तट के स्वाद से खूब प्रभावित है। नारियल का तेल, करी पत्ता और मसालों का खूबसूरत तालमेल यहां के व्यंजनों में मिलता है।
  • कुछ लोकप्रिय स्थानीय व्यंजन हैं – माही-माही, टूना, केरलान का मीट करी, चटनी, अप्पम और परोट्टा , माशहुली (मछली करी), थेचि (झींगा करी), उन्नाकय (केले के पैनकेक), और कल्लुमेक्कु (मसालों में पका हुआ ऑक्टोपस)।
  • समुद्र के बीच होने के कारण यहां मछली मुख्य आकर्षण है। टूना, केकड़ा, यहाँ तक कि ऑक्टोपस भी स्वादिष्ट तरीके से पकाए जाते हैं।
  • नारियल के पेड़ यहां बहुतायत में हैं, इसलिए नारियल का दूध, तेल और गुच्छी कई व्यंजनों का हिस्सा बनते हैं।
  • मछली के अलावा, चावल, इडली, डोसा, अवियल और बिरयानी जैसे शाकाहारी व्यंजन भी लोकप्रिय हैं।

भोजन की कीमत

लक्षद्वीप भारत का हिस्सा है, इसलिए भारत का ये प्रतीक स्वदेशी पर्यटकों के लिए ज़्यादा किफ़ायती है। सरकार अपने गेस्ट हाउस, होटलों और भोजनालयों के मूल्य नियंत्रित करती है, जिससे स्थानीय भोजन किफायती हो सकती है। यहाँ एक औसत एक साधारण भोजन की कीमत: नाश्ता ₹100-₹300, लंच ₹300-₹800 और डिनर ₹500-₹1200 में मिल जाता है। जबकि कई जगह सीफूड थोड़ा महंगा भी मिल सकता है और कुछ निजी लक्जरी रिसॉर्ट में भोजन थोड़ा महंगा हो सकता है।

लक्षद्वीप में शराब पूरी तरह से प्रतिबंधित नहीं है, लेकिन इसे बेचने और पीने के लिए सख्त नियम हैं। शराब केवल कवरत्ती और बंगाराम द्वीपों पर ही उपलब्ध है, वह भी पर्यटकों और सरकारी अधिकारियों के लिए।
परमिट की जरूरत- लक्षद्वीप में शराब खरीदने के लिए एक परमिट की जरूरत होती है, जिसे लक्षद्वीप पर्यटन विकास निगम से प्राप्त किया जा सकता है। परमिट का शुल्क 500 रुपये है।

मालदीव में भोजन

  • मालदीव्स के भोजन में भारतीय, श्रीलंकाई और कुछ अरबी स्वादों का भी अनूठा मिश्रण मिलता है।
  • लक्षद्वीप की तरह, मालदीव्स में भी मछली प्रमुख है। मसाला टूना, मछली करी और रोस्टेड रेड स्नैपर जैसे व्यंजन यहाँ मशहूर हैं।
  • मसहुनी: यह मालदीव का राष्ट्रीय व्यंजन है, जिसमें टूना मछली को नारियल की परत के साथ पकाया जाता है.
  • हिकिमास: यह स्मोक्ड फिश का सलाद है, जिसमें नारियल, प्याज, मिर्च और मसालों का मिश्रण होता है.
  • कोली रोजी: यह मीठा फिश करी है, जिसमें नारियल का दूध, टमाटर और मसालों का इस्तेमाल होता है.
  • बोनदोस: ये मालदीव के पारंपरिक मीठे डोनट्स हैं, जिन्हें ट्यूना मछली, नारियल और चावल के आटे से बनाया जाता है.
  • रासू: यह ताज़ा पपीते का एक रेफ्रेशिंग जूस है, जो मालदीव की गर्मी में बेहतरीन पेय पदार्थ है.
  • नारियल मालदीव्स में भी लोकप्रिय है। नारियल का दूध, पानी और गुच्छी का इस्तेमाल विभिन्न व्यंजनों में किया जाता है
  •  हालांकि यहां सबसे ज्यादा सीफूड प्रमुख है, लेकिन मालदीव्स में शाकाहारी भोजन भी उपलब्ध होती हैं।

मालदीव को अक्सर एक महंगे डेस्टिनेशन के रूप में देखा जाता है और इस खूबसूरत द्वीपसमूह में ज़्यादातर लग्ज़री रिसॉर्ट्स हैं, इसलिए खाने का खर्च भी काफी ऊंचा रह सकता है। एक औसत भोजन का खर्च ₹1000 से शुरू होकर ₹5000 तक जा सकता है। नाश्ता ₹500-₹1000, लंच ₹1000-₹2500 और डिनर ₹2000-₹5000 तक खर्च हो सकता है।

मालदीव्स में शराब पीने के लिए किसी परमिट की जरूरत नहीं होती है। मालदीव्स में भी शराब की कीमतें लक्षद्वीप की तरह ही अधिक हैं। हालांकि, कुछ रिसॉर्ट में पैकेज डील में शराब भी शामिल हो सकती है। लक्षद्वीप भारत का हिस्सा है, इसलिए मालदीव के मुकाबले यात्रा और भोजन दोनों के ही तुलनात्मक रूप से लक्षद्वीप काफी किफायती हैं।

रहने का स्थान

लक्षद्वीप और मालदीव्स दोनों ही खूबसूरत द्वीपसमूह हैं, लेकिन भारतीयों के लिए किफायती ठहरने के विकल्पों की तुलना करने पर कुछ अंतर दिखते हैं।

होटल

लक्षद्वीप- सरकारी और निजी दोनों तरह के होटल मौजूद हैं। सरकारी होटल अधिक किफायती हैं, जो लगभग प्रति रात ₹1,000 से शुरू होते हैं. निजी होटल अधिक महंगे हैं, ₹3,000- से 10,000 रुपये से ऊपर तक जा सकते हैं। विला सबसे महंगे हैं,

मालदीव- ज्यादातर लक्ज़री रिसॉर्ट हैं, जिनकी कीमत प्रति रात 20,000 रुपये से शुरू होती है और आसमान छू सकती है। बजट-फ्रेंडली विकल्प सीमित हैं और अक्सर दूरदराज के द्वीपों पर स्थित होते हैं।

रिजार्ट

लक्षद्वीप- यहां कुछ लक्ज़री रिसॉर्ट मौजूद हैं, लेकिन वे मालदीव्स के जितने महंगे नहीं हैं। 8,000-15,000 रुपये प्रति रात के बीच कीमतें मिल सकती हैं।

मालदीव- यहां अधिकांश रिसॉर्ट लक्ज़री श्रेणी में आते हैं और हजारों डॉलर प्रति रात खर्च हो सकते हैं। कुछ किफायती विकल्प मौजूद हैं, लेकिन वे भी लक्षद्वीप के रिसॉर्ट से अधिक महंगे हो सकते हैं।

विला

लक्षद्वीप- विला का विकल्प सीमित है, लेकिन कुछ आकर्षक विकल्प मिल सकते हैं। कीमतें रिसॉर्ट के समान या थोड़ी अधिक हो सकती हैं।

मालदीव- विला का विकल्प अधिक है, लेकिन लक्ज़री श्रेणी के होने की संभावना अधिक है। किफायती विला ढूंढना मुश्किल हो सकता है।

एडवेंचर एंड फन

लक्षद्वीप- स्कूबा डाइविंग, स्नॉर्कलिंग, सर्फिंग, काइटसर्फिंग जैसी गतिविधियां मौजूद हैं. सरकारी लाइफ गार्ड्स की मौजूदगी सुरक्षा बढ़ाती है. कीमतें भारतीय रुपये में हैं और कई ऑपरेटर मौजूद हैं.

मालदीव- लक्ज़री रिज़ॉर्ट्स में प्राइवेट डाइविंग इंस्ट्रक्टर और उपकरण मिलते हैं, लेकिन कीमतें काफी अधिक होती हैं. कुछ द्वीपों पर सर्फिंग की सीमित सुविधाएं हैं.

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