International Yoga Day: नई दिल्ली। दुनिया के अलग-अलग स्थानों पर आज योग दिवस मनाया जा रहा है। भारत में भी बड़े पैमाने पर विश्व योग दिवस के अवसर पर योग कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। कर्नाटक के मैसूर में पीएम मोदी, उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 26 में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. […]
नई दिल्ली। दुनिया के अलग-अलग स्थानों पर आज योग दिवस मनाया जा रहा है। भारत में भी बड़े पैमाने पर विश्व योग दिवस के अवसर पर योग कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। कर्नाटक के मैसूर में पीएम मोदी, उत्तर प्रदेश के नोएडा सेक्टर 26 में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, लखनऊ के राजभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ योग कार्यक्रम भाग ले रहे है।
21 जून को विश्व योग दिवस मनाने की शुरूआत साल 2015 में हुई। इसका ऐलान संयुक्त राष्ट्र ने किया था। अब सवाल ये है कि 21 जून को ही विश्व योग दिवस क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे की वजह क्या है?
विश्व योग दिवस को 21 जून को मनाने के पीछे एक खास वजह है। ये उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन होता है। जिसे ग्रीष्म संक्रांति भी कहा जाता हैं। भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन होता है। जिसमें माना जाता है कि सूर्य दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसी कारण 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।
27 सितंबर 2014 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था। जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और महज तीन महीने के अंदर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन की घोषणा कर दी। इसके अगले ही साल 2015 में पहली बार विश्व योग दिवस दुनिया भर में मनाया गया।
योग का नियमित अभ्यास शरीर और मस्तिष्क को सेहतमंद रखता है और शरीर को रोगमुक्त रखता है। मन की शांति की शांति के लिए भी योग काफी फायदेमंद होता है। ऋषि मुनियों के दौर से ही भारत में योग होता आ रहा है। योग का भारतीय संस्कृति और इतिहास में खास स्थान है।
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