Parliament Monsoon Session : संसद में गतिरोध के मुद्दे पर खरगे ने शाह को लिखा पत्र

नई दिल्ली: 20 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है जहां मणिपुर मामले को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. संसद की कार्यवाही पर मणिपुर हिंसा के मुद्दे का असर पड़ता साफ़ दिखाई दे रहा है. पिछले चार दिनों से संसद की कार्यवाही इसी हंगामे की भेंट चढ़ी है. […]

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Parliament Monsoon Session : संसद में गतिरोध के मुद्दे पर खरगे ने शाह को लिखा पत्र

Riya Kumari

  • July 26, 2023 1:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: 20 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है जहां मणिपुर मामले को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. संसद की कार्यवाही पर मणिपुर हिंसा के मुद्दे का असर पड़ता साफ़ दिखाई दे रहा है. पिछले चार दिनों से संसद की कार्यवाही इसी हंगामे की भेंट चढ़ी है. पांचवे दिन यानी बुधवार को संसद में विपक्ष की ओर से मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस लाया गया है.

कांग्रेस अध्यक्ष ने लिखा पत्र

 

अब मणिपुर मामले पर संसद में चल रहे गतिरोध पर राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने लिखा, हम प्रधानमंत्री से संसद में आने और बोलने का आग्रह कर रहे हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि इससे उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचेगी. हम इस देश के लोगों के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम इसके लिए हर कीमत चुकाएंगे…लंबे समय से सत्ता में रहने के बावजूद, हम जानते हैं कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों पक्षों के आचरण के रिकॉर्ड इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं.’

 

खरगे बोले- ‘मेरा अपमान हुआ’

नई दिल्ली : बुधवार को सत्र शुरू होते ही हंगामा शुरू हो गया. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जु खरगे ने आरोप लगाया कि मेरा अपमान हुआ. खरगे ने कहा कि बीते दिनों यानी 25 जुलाई को संसद में सत्र के दौरान मेरा माइक बंद कर दिया गया था. जब संसद में खरगे बोल रहे थे तो उनके पीछे कांग्रेस के सांसद खड़े थे जिसपर सभापित महोदय ने आपत्ति दर्ज कराई थी तो खरगे जी ने कहा था कि मेरे पीछे नहीं खड़े होंगे तो क्या मोदी जी के पीछे खड़े होंगे. सांसद खरगे के इतना बोलते ही बीजेपी के सांसद मोदी-मोदी का नारा लगाने लगे. इसके बाद राज्यसभा में हंगामा बढ़ गया था जिसके बाद राज्यसभा 12 बजे तक स्थगित कर दी गई थी.

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