बेंगलुरु। कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस पार्टी में पिछले चार दिनों से मंथन जारी है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के हाथ में एक बार फिर राज्य की कमान देने का फैसला किया है. सिद्धारमैया इससे पहले 2013 से 2018 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. […]
बेंगलुरु। कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस पार्टी में पिछले चार दिनों से मंथन जारी है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के हाथ में एक बार फिर राज्य की कमान देने का फैसला किया है. सिद्धारमैया इससे पहले 2013 से 2018 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वहीं, डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा. इसके साथ ही उनके पास प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का पद भी रहेगा. हालांकि अभी तक कांग्रेस पार्टी की ओर इसका आधिकारिक तौर पर ऐलान नहीं किया गया है.
आज शाम 7 बजे बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में सिद्धारमैया को विधायक दल का नेता चुना जाएगा. इसके साथ ही आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धारमैया के नाम पर मुहर लग जाएगी. अखिल भारतीय केंद्रीय पर्यवेक्षकों को विधायक दल की बैठक के लिए बेंगलुरु पहुंचने को कहा गया है.
जानकारी के मुताबिक, कर्नाटक की नई सरकार का शपथ ग्रहण राज्य की राजधानी बेंगलुरु में 20 मई दोपहर 12:30 बजे होगा. शपथ ग्रहण समारोह को भव्य बनाने की तैयारी है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी के साथ ही कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री इस समारोह में हिस्सा लेंगे.
बता दें कि, इससे पहले बुधवार को दिल्ली में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों के साथ कांग्रेस आलाकमान का बैठकों का लंबा सिलसिला चलता रहा. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बीच कई दौर की बातचीत हुई. इसके साथ ही राहुल गांधी ने सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार से अलग-अलग मुलाकात की. इसके बाद खबर आई कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे कर्नाटक सरकार के गठन के लिए आम सहमति पर पहुंच गए हैं. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच भी नई सरकार को लेकर समझौता हो गया है.
गौरतलब है कि, 13 मई को आए कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम में कांग्रेस पार्टी ने प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की. पार्टी को 224 में से 135 सीटें मिलीं. इसके बाद रविवार को बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें सभी विधायकों ने नेता चुनने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अधिकृत किया. बाद में कांग्रेस अध्यक्ष ने तीनों पर्यवेक्षकों से सभी विधायकों से एक-एक कर बात करने कहा. कांग्रेस विधायकों से वन-टू-वन बात करने के बाद पर्यवेक्षक दिल्ली आए और सोमवार को अपनी रिपोर्ट खड़गे को सौंपी. इसके बाद अब कांग्रेस आलाकमान यानी खड़गे और गांधी परिवार ने कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के नाम तय किया है.