बेंगलुरु। कर्नाटक चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर जोर आजमाइश तेज हो गई है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करने के लिए बेंगलुरु से दिल्ली रवाना हो चुके हैं। इस बीच खबर सामने आई है कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस […]
बेंगलुरु। कर्नाटक चुनाव में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री पद को लेकर जोर आजमाइश तेज हो गई है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात करने के लिए बेंगलुरु से दिल्ली रवाना हो चुके हैं। इस बीच खबर सामने आई है कि कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार को भी आलाकमान ने दिल्ली बुलाया है। आज देर शाम तक शिवकुमार दिल्ली पहुंच सकते हैं।
इससे पहले आज सुबह कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा था कि हमने एक लाइन में प्रस्ताव पारित कर दिया है। हमने पार्टी आलाकमान के ऊपर मुख्यमंत्री का फैसला छोड़ दिया है। शिवकुमार ने कहा कि मैंने दिल्ली नहीं जाने का निर्णय लिया है, मुझे जो काम करना था वो मैं कर्नाटक में कर चुका, अब मुख्यमंत्री का फैसला कांग्रेस नेतृत्व करेगा।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख डीके शिवकुमार के बीच सीएम की कुर्सी को लेकर रस्साकस्सी चल रही है। इस बीच कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के अधिकांश विधायक उन्हें ही मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं। इससे पहले सिद्धारमैया के बेटे यतींद्र ने पिता के मुख्यमंत्री बनने की वकालत की थी।
13 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव का परिणाम सामने आने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था मेरे पिता ने इस चुनाव में बहुत मेहनत की है। कर्नाटक की जनता और कांग्रेस के सभी विधायक उन्हें ही राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। बता दें कि सिद्धारमैया साल 2013 से 2018 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री का पद संभाल चुके हैं।
इससे पहले रविवार को बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार, रणदीप सुरजेवाला, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया। कांग्रेस विधायक दल की बैठक के बाद कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी के केंद्रीय नेता एक-एक विधायकों की राय लेने के बाद ही कोई फैसला लेंगे।
हमने कांग्रेस को बहुत कुछ दिया, कर्नाटक में होना चाहिए मुस्लिम डिप्टी सीएम: सुन्नी वक्फ बोर्ड