कानपुर: कानपुर देहात के मड़ौली गांव में हुए अग्निकांड मामले ने तूल पकड़ ली है. सोमवार(13 फरवरी) को यहां अतिक्रमण हटाते समय वहां स्थित झोपड़ी में जलकर मां-बेटी की मौत हो गई थी. अब मृतकों के परिजनों ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़ित परिवार का कहना है कि कुछ लोगों की शिकायत पर […]
कानपुर: कानपुर देहात के मड़ौली गांव में हुए अग्निकांड मामले ने तूल पकड़ ली है. सोमवार(13 फरवरी) को यहां अतिक्रमण हटाते समय वहां स्थित झोपड़ी में जलकर मां-बेटी की मौत हो गई थी. अब मृतकों के परिजनों ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़ित परिवार का कहना है कि कुछ लोगों की शिकायत पर प्रशासन ने उनका मकान गिराया है. उनके बेघर होने के बाद परिवार के सभी सदस्य अपने जानवरों को लेकर जिलाधिकारी (DM) नेहा जैन के बंगले पर न्याय की गुहार लगाने पहुंचा था. लेकिन एडिशनल एसपी उन्हें और उनके परिवार को मारने के लिए दौड़े. साथ ही पीड़ित परिवार का आरोप है कि ये सब कुछ डीएम के इशारे पर किया गया है.
घटना के बाद पीड़ित परिवार के बेटे शिवम दीक्षित ने FIR भी दर्ज़ करवाई है. ये FIR रूरा थाने में दर्ज की गई है जिसके अनुसार करीब 100 साल पहले फरियादी के दादा और घर के वर्तमान मुखिया कृष्ण गोपाल दीक्षित के पिता ने एक बगीचा विकसित किया था. उन्होंने इस जगह पर करीब दो दशक पहले ही पक्का मकान बनवाया था. इसके बाद अचानक 14 जनवरी को मैथा तहसील के एसडीएम, तहसीलदार, कानूनगो और लेखपाल स्थानीय रूरा थाने के प्रभारी दिनेश कुमार गौतम उनके घर के बाहर आ धमके. उनके साथ अन्य 15 सिपाही भी मौजूद थे. इन सिपाहियों के साथ एक बुलडोज़र भी था. शिकायत में कहा गया है कि बिना किसी पूर्व नोटिस के ही अधिकारियों ने उनका घर गिरा दिया.
इस एफआईआर के अनुसार, रूरा थानाध्यक्ष दिनेश गौतम और अन्य 15 पुलिसकर्मियों ने बाहर बचकर निकले पिता और बेटे को आग में फेंकने की भी कोशिश की. जहां मां-बेटी समेत 22 बकरियों की दर्दनाक मौत हो गई.
बता दें, उत्तर प्रदेश के कानपुर में सोमवार को प्रशासनिक टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी। उसने एक परिवार की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया। इस दौरान झुग्गी में आग लग गई, जिसमें जलकर मां-बेटी की मौत हो गई। साथ ही पिता और पुत्र आग से बुरी तरह झुलस गए। घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत कमिश्नर, एडीजी और आईजी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों को सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया।
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