Advertisement
  • होम
  • top news
  • Kanjhawala death case : एक्सीडेंट या हत्या? पुलिस की थ्योरी से अलग है प्रत्यक्षदर्शियों के खुलासे…

Kanjhawala death case : एक्सीडेंट या हत्या? पुलिस की थ्योरी से अलग है प्रत्यक्षदर्शियों के खुलासे…

नई दिल्ली : नए साल पर दिल्ली के कंझावला में 20 वर्षीय युवती के साथ हुए दर्दनाक हादसे से पूरा देश एक बार फिर दहल गया है. जहां लड़की की दर्दनाक मौत के मामले में दिल्ली की जनता में काफी नाराज़गी देखी जा रही है.पुलिस पर भी कार्रवाई को लेकर असंतुष्टि जताई जा रही है […]

Advertisement
Kanjhawala death case : एक्सीडेंट या हत्या? पुलिस की थ्योरी से अलग है प्रत्यक्षदर्शियों के खुलासे…
  • January 2, 2023 4:10 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : नए साल पर दिल्ली के कंझावला में 20 वर्षीय युवती के साथ हुए दर्दनाक हादसे से पूरा देश एक बार फिर दहल गया है. जहां लड़की की दर्दनाक मौत के मामले में दिल्ली की जनता में काफी नाराज़गी देखी जा रही है.पुलिस पर भी कार्रवाई को लेकर असंतुष्टि जताई जा रही है जहां मामले के प्रत्यक्षदर्शी का कहना भी पुलिस के दावों से मिलता-जुलता नज़र नहीं आ रहा है. परिजनों ने इस मामले को लेकर प्रशासन और पुलिस पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है. आइए आपको बताते हैं क्या बोली दिल्ली पुलिस और क्या है आरोप.

पल्ला झाड़ रही थी पुलिस

31 दिसंबर और 1 जनवरी के बीच हुए इस हादसे ने दिल्ली का दिल दहला कर रख दिया. जहां नए साल की रात दिल्ली पुलिस को एक पीसीआर कॉल मिली थी. इस कॉल में बताया गया था कि सुल्तानपुरी से कंझावला इलाके तक एक कार करीब 4 किलोमीटर तक एक लड़की को घसीटते हुए गई. लड़की के शरीर में काफी चोटें आईं और उसके सारे कपड़े उसके शरीर से अलग हो गए. मौके पर ही युवती ने दम तोड़ दिया जहां पुलिस इस मामले को एक्सीडेंट बताकर पल्ला झाड़ रही है. लेकिन जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वह कुछ और ही साबित कर रही हैं.

तस्वीरों में लड़की के शरीर पर कोई कपड़े नहीं हैं. उसका पूरा शरीर क्षति-विक्षत है और दोनों पैर तक कट गए हैं. बता दें, लड़की बतौर इवेंट मैनेजर काम कर रही थी. रात के समय वह अपनी ड्यूटी से लौट रही थी इस बीच उसके साथ ये हादसा हुआ. स्कूटी के नंबर से लड़की को पहचाना गया. सुबह 8 बजे दिल्ली पुलिस ने परिवार को दुर्घटना के बारे में बताया. परिवार रात से ही युवती को फ़ोन मिला रहा था लेकिन उसका फ़ोन बंद आ रहा था.

 

शरीर पर नहीं था एक भी कपड़ा

पुलिस बाद में घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची थी. लड़की का शव बीच रोड पर पड़ा था जिसपर एक भी कपड़ा नहीं था. रोड पर घसीटने के कारण उसके पैर भी गायब हो गए थे. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. शव को एसजीएम अस्पताल मंगोलपुरी भेजा गया है.

कार के पहियों में फंस गई थी

रात्रि गश्त के दौरान सुल्तानपुरी इलाके में एसएचओ ने स्कूटी को दुर्घटनाग्रस्त हालत में देखा था. उन्होंने इसकी जानकारी थाने में 3.53 बजे दी. स्कूटी नंबर की जांच के बाद लड़की के बारे में पता चला. पुलिस का कहना है कि लड़की कार के पहियों में फंस गई थी और वह दूर तक घसीटती चली गई.

पकड़े गए दिल्ली के दरिंदे

जांच करने के बाद पुलिस के हाथों कार सवार पांच लड़के लगे. उनकी करा को भी जब्त कर लिया गया है. लड़को का भी मेडिकल करवाया जाएगा। फिलहाल पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लड़कों ने शराब पि थी या नहीं.

आरोपियों को पता नहीं था- पुलिस

दिल्ली आउटर के डीसीपी हरेंद्र के सिंह का कहना है कि पुलिस ने दर्ज कार नंबर के आधार पर आरोपियों को पकड़ा है. जांच के दौरान आरोपियों को पुलिस को बताया कि वे इस बात से बिल्कुल अनजान थे कि लड़की उनकी गाड़ी में फंस गई है और उनकी कार में स्कूटी समेत लड़की फंस गई है और सड़क पर कई किलोमीटर तक घसीटकर ले आए हैं. बता दें, आरोपियों को 3 दिन की हिरासत में रखा गया है. दूसरी ओर तीन डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम करेगी.

 

पुलिस पर भी हैं कई आरोप

पुलिस का दावा है कि दिल्ली पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी ने पहले स्कूटी देखी थी. लेकिन मौके पर पीड़िता नहीं मिली थी लें मामले को लेकर दिल्ली पुलिस पर भी कई आरोप हैं. जहां दिल्ली पुलिस पर आरोप है कि पीसीआर वैन में मौजूद पुलिस होश में नहीं थी. पुलिस ने घटना को लेकर चश्मदीद की बात भी नहीं सुनी. चश्मदीद दीपक का कहना है कि शव जब तक कार में फंसा रहा, तब तक लड़के कार को इधर-उधर दौड़ाते रहे. जैसे ही शव गिर गया तो वे उसे छोड़कर फरार हो गए. वहीं रात्रि गश्त के दौरान स्कूटी को दुर्घटनाग्रस्त हालत में देखा था और इसकी जानकारी थाने में 3.53 बजे दी थी.

दिल्ली का अगला मेयर, गुजरात चुनाव और फ्री रेवड़ी, मनीष सिसोदिया ने बताए सारे राज!

India News Manch पर बोले मनोज तिवारी ‘रिंकिया के पापा’ पर डांस करना सबका अधिकार

Advertisement