श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आज से जी-20 देशों के तीसरे पर्यटन कार्य समूह की मीटिंग शुरु होगी. डल झील के तट पर शेरे-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आज बैठक आयोजित होगी, इस कार्यक्रम में जी-20 देशों के 60 समेत 180 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरे […]
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आज से जी-20 देशों के तीसरे पर्यटन कार्य समूह की मीटिंग शुरु होगी. डल झील के तट पर शेरे-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आज बैठक आयोजित होगी, इस कार्यक्रम में जी-20 देशों के 60 समेत 180 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. इस अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरे जम्मू-कश्मीर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. श्रीनगर के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.
केंद्रीय पर्यटन सचिव अरविंद सिंह ने बताया कि श्रीनगर में आयोजित होने वाली जी-20 की बैठक क्षेत्र की पर्यटन क्षमता और सांस्कृतिक समृद्धि को उजागर करने का बेहतरीन अवसर प्रदान करती है. बता दें कि जी-20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की ये बैठक 22 मई से 24 मई तक चलेगी. वहीं, इसकी अंतिम बैठक अगले महीने जून में गोवा में होगी. श्रीनगर में होने वाली बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि क्योंकि मंत्रियों द्वारा अपनाए जाने वाले ड्रॉफ्ट को यहीं पर अंतिम रूप दिया जाएगा.
श्रीनगर में जी-20 की बैठक को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. अद्धसैनिक बल और पुलिस के साथ ही मरीन कमांडो और एनएसजी कमांडो की भी तैनाती की गई है. स्कैनर और कुत्तों के जरिए विस्फोटक और आईईडी की जांच की जा रही है. जी-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को बताया कि श्रीनगर में होने वाली बैठक में सबसे अधिक प्रतिनिधियों की भागीदारी है और ये जम्मू-कश्मीर में होने वाली सबसे महत्वपूर्ण बैठक होगी.
बता दें कि इससे पहले जी-20 पर्यटन कार्य समूह की दो बैठक हुई थी, पहली बैठक फरवरी महीने में गुजरात के कच्छ के रण में और दूसरी बैठक अप्रैल में पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में हुई थी. हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि पहले की बैठकों की तुलना में इस कार्य समूह की बैठक में हमारे पास ज्यादा विदेशी प्रतिनिधियों का प्रतिनिधित्व है. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि हम इस भागीदारी से काफी खुश हैं.
G20 शिखर सम्मेलन: एक मेगा आयोजन जिससे जम्मू-कश्मीर पर्यटन क्षेत्र को होगा लाभ