नई दिल्ली: इजरायल और आतंकी संगठन हमास के बीच पिछले 17 दिनों से जंग जारी है. इस युद्ध में NATO के सदस्य देशों के साथ ही दुनिया के कई देश इजरायल को अपना समर्थन दे रहे हैं. इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मंगलवार (24 अक्टूबर) को तेल अवीव पहुंचे. इजरायल पहुंचने के बाद […]
नई दिल्ली: इजरायल और आतंकी संगठन हमास के बीच पिछले 17 दिनों से जंग जारी है. इस युद्ध में NATO के सदस्य देशों के साथ ही दुनिया के कई देश इजरायल को अपना समर्थन दे रहे हैं. इस बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मंगलवार (24 अक्टूबर) को तेल अवीव पहुंचे. इजरायल पहुंचने के बाद मीडिया से बात करते हुए मैक्रों ने कहा कि 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुआ हमला दुनिया के लिए सदमा है. इसके साथ ही फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के सभी बंधकों की रिहाई होनी चाहिए. फ्रांस इजरायल की मदद के लिए हर संभव कदम उठाएगा.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने आतंकी समूह हमास को चेतावनी दी है. उन्होंने बीते सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि बंधकों की रिहाई के बिना हमास और इजराइल के बीच जारी जंग को रोकने को लेकर बातचीत संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में युद्धविराम तभी संभव है जब हमास हमले में इजरायल से जब्त किए गए सभी बंधकों को रिहा करेगा
व्हाइट हाउस में चल रहे एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल हमास युद्ध को लेकर मीडिया से बात की. इस बातचीत के दौरान पत्रकारों ने बाइडेन से पूछा कि क्या वो आतंकी समूह हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों के बदले युद्धविराम पर समझौता करेंगे. जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि हमें किसी भी परिस्थिति में सभी बंधकों को रिहा कराना है और हम इसको लेकर बात कर रहे है. वहीं उन्होंने सोशल मीडिया पर किए गए अपने एक पोस्ट में कहा कि इस जंग के बीच कितना भी कठिन समय आए हम शांति को नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन और इजराइल के नागरिक समान रूप से सुरक्षा, शांति और सम्मान से रहने के हकदार हैं.
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