INS Vikrant: कोच्चि। देश को आज अपना पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत मिल गया है। पीएम मोदी ने इसे भारतीय नौसेना को सौंपा है। अब आईएनएस विक्रांत भारतीय नौसेना के जंगी बेड़े में शामिल हो चुका है। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आज केरल के समुद्री तट पर हर भारतवासी, एक नए […]
कोच्चि। देश को आज अपना पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विक्रांत मिल गया है। पीएम मोदी ने इसे भारतीय नौसेना को सौंपा है। अब आईएनएस विक्रांत भारतीय नौसेना के जंगी बेड़े में शामिल हो चुका है। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि आज केरल के समुद्री तट पर हर भारतवासी, एक नए भविष्य के सूर्योदय का साक्षी बन रहा है। आईएनएस विक्रांत पर हो रहा ये आयोजन विश्व क्षितिज पर भारत के बुलंद होते हौसलों की हुंकार है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस विमान वाहक युद्धपोत को नौसेना के बेड़े में शामिल करते हुए कहा कि विक्रांत विशाल है, विराट है, विहंगम है। विक्रांत विशिष्ट है, विक्रांत विशेष भी है। विक्रांत केवल एक युद्धपोत नहीं है। ये 21वीं सदी के भारत के परिश्रम, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
पीएम मोदी आईएनएस विक्रांत को लेकर आगे कहा कि आज भारत विश्व के उन देशों में शामिल हो गया है, जो स्वदेशी तकनीक से इतने विशाल एयरक्राफ्ट कैरियर का निर्माण करता है। आज आईएनएस विक्रांत ने देश को एक नए विश्वास से भर दिया है, इसने देश में एक नया भरोसा पैदा कर दिया है। आज विक्रांत को देखकर समंदर की ये लहरें, आह्वान कर रही हैं, अमर्त्य वीर पुत्र हो, दृढ़-प्रतिज्ञ सोच लो, प्रशस्त पुण्य पंथ हैं, बढ़े चलो-बढ़े चलो।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आईएनएस विक्रांत के हर भाग की अपनी एक खूबी है, एक ताकत है, अपनी एक विकासयात्रा भी है। ये स्वदेशी सामर्थ्य, स्वदेशी संसाधन और स्वदेशी कौशल का प्रतीक है। इसके एयरबेस में जो स्टील लगी है, वो स्टील भी स्वदेशी है।
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