India Boycotts Winter Olympics: नई दिल्ली, India Boycotts Winter Olympics: जून 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक सैन्य झड़प में जख्मी हुए चीनी सैनिक को चीन ने विंटर ओलिंपिक का टॉर्चबियरर बना दिया है. भारत ने इसे चीन का ओलिंपिक जैसे आयोजन का राजनीतिकरण करना बताया है, जिसके चलते भारत ने ओलंपिक के ओपनिंग […]
नई दिल्ली, India Boycotts Winter Olympics: जून 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक सैन्य झड़प में जख्मी हुए चीनी सैनिक को चीन ने विंटर ओलिंपिक का टॉर्चबियरर बना दिया है. भारत ने इसे चीन का ओलिंपिक जैसे आयोजन का राजनीतिकरण करना बताया है, जिसके चलते भारत ने ओलंपिक के ओपनिंग और क्लोजिंग सेरिमनी के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. इस सेरिमनी में ज्यादातर तानाशाह व्यवस्था वाले देश हिस्सा ले रहे हैं.
विंटर ओलिंपिक्स (Winter Olympics 2022) की मेजबानी कर रहे चीन की धूर्त हरकत के चलते भारत ने विंटर ओलंपिक के राजनियक बहिष्कार का फैसला ले लिया है. दरअसल, चीन ने खेल को भी भारत के खिलाफ मनोवैज्ञानिक युद्ध में तब्दील करने की कोशिश की है. बता दें कि गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में जख्मी (Galwan Valley Clash) हुए अपने अफसर को चीन ने विंटर ओलिंपिक का टॉर्चबियरर बना दिया, जिसके बाद चीन की इस हरकत का मुहतोड़ जवाब देते हुए भारत ने विंटर ओलिंपिक्स के राजनयिक (India boycotts Winter Olympics 2022) बहिष्कार का फैसला किया है.
चीन की मेज़बानी में आयोजित किए जा रहे विंटर ओलंपिक में दुनियाभर के तानाशाहों का चौपाल देखने को मिलेगा.दुनियाभर के जो 21 देश इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे हैं, उनमें से ज्यादातर अलोकतांत्रिक शासन व्यवस्था वाले है, इकॉनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट की ताजा डेमोक्रेसी इंडेक्स के मुताबिक इन 21 में से 12 देशों में या तो तानाशाही वाली शासन व्यवस्था है या फिर मिश्रित व्यवस्था है.
चीन के इस तरह के मानवाधिकार उललंघन की फितरत के चलते अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे कई लोकतांत्रिक देश इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर रहे हैं. दुनिया के सिर्फ 8 लोकतांत्रिक देशों के डेलिगेशन विंटर ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले हैं. ये हैं- अर्जेंटीना, इक्वाडोर, लक्जमबर्ग, मंगोलिया, पापुआ न्यू गिनी, पोलैंड, सर्बिया और सिंगापूर.