नई दिल्ली: कथित फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में 9 महीने तमिलनाडु और बिहार की जेल में रहे प्रसिद्ध यूट्यूबर मनीष कश्यप फिर से सुर्खियों में हैं. जेल से रिहाई के बाद मनीष अपने पुराने अंदाज में लगातर फायर हैं. इस बीच इनखबर से बातचीत में उन्होंने अपने विरोधियों को चैलेंज देते हुए कहा […]
नई दिल्ली: कथित फर्जी वीडियो वायरल करने के मामले में 9 महीने तमिलनाडु और बिहार की जेल में रहे प्रसिद्ध यूट्यूबर मनीष कश्यप फिर से सुर्खियों में हैं. जेल से रिहाई के बाद मनीष अपने पुराने अंदाज में लगातर फायर हैं. इस बीच इनखबर से बातचीत में उन्होंने अपने विरोधियों को चैलेंज देते हुए कहा है कि अगर कोई बिहारियों के हक की रोटी मारेगा तो उसके हलक से निकाल लेंगे.
इनखबर से बातचीत में मनीष कश्यप ने कहा कि बिहार के लोग किसी से कम नहीं है. देश के किसी भी राज्य में अगर कोई आपदा आती है तो बिहार के लोग मदद के लिए आगे आते हैं. हम लोग उनकी मदद करते हैं. बिहार में टैलेंट की कोई कमी नहीं है. इसके साथ ही मनीष ने कहा कि अगर बिहार को आगे बढ़ाना है, बिहार का विकास करना है तो यहां पलायन रोकना होगा. बड़ी-बड़ी कंपनियों को बिहार में निवेश करने के लिए आमंत्रित होगा. जब यहां पर कंपनियां निवेश करेंगी, यहां फैक्ट्रियां खुलेंगी तो लोगों को रोजगार मिलेगा. उसके बाद ही पलायन को रोका जा सकता है.
बिहार में हुए जातिगत सर्वे को लेकर सवाल किए जाने पर मनीष कश्यप ने कहा कि ये मूर्खतापूर्ण कदम है. अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए आज सत्ता में बैठे लोग बिहार को जाति की आग में जला रहे हैं. यूट्यूबर ने आगे कहा कि बिहार को आगे बढ़ाना है तो जात पात से उठकर सबके विकास के लिए कम करना होगा. हम सभी भगवान के वंशज हैं, हमारे बीच भेद नहीं करना चाहिए.
इसके साथ ही मनीष कश्यप ने कथित फर्जी वीडियो मामले में 9 महीने जेल में गुजारने के अपने अनुभव को भी शेयर किया. उन्होंने कहा कि एक पत्रकार पर एनएसए के तहत कार्रवाई कर उसे जेल भेजकर इन लोगों (बिहार, तमिलनाडु सरकार) ने महा पाप किया है. लोकतंत्र की आत्मा को चोट पहुंचाई गई है. जेल से आने के बाद मैं अब उन्हें बस यही कहना चाहता हूं कि जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे नहीं. भ्रष्टाचार का एक एक पैसा उनकी जेब से निकालकर रहेंगे.