MI-17 हेलिकॉप्टर के उड़ान भरने के बाद उसे 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, लेकिन लैंडिंग से ठीक सात मिनट पहले ही उसका एटीसी से संपर्क टूट गया और फिर हेलिकॉप्टर क्रैश ( IAF Helicopter Crash ) हो गया. जिसमें जांबाज जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य 11 जवान देश को हमेशा […]
MI-17 हेलिकॉप्टर के उड़ान भरने के बाद उसे 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, लेकिन लैंडिंग से ठीक सात मिनट पहले ही उसका एटीसी से संपर्क टूट गया और फिर हेलिकॉप्टर क्रैश ( IAF Helicopter Crash ) हो गया. जिसमें जांबाज जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और अन्य 11 जवान देश को हमेशा के लिए अलविदा कह गए. हादसा होने से ठीक पहले का 19 सेकेंड का एक वीडियो सामने आया. इस वीडियो में हेलिकॉप्टर बादलों में दाखिल होते हुए नजर आ रहा है अचानक आग का गोला बनकर नीचे गिरता हुआ नजर आया.
बताया जा रहा है कि ‘फॉग की डेंसिटी और विजिबिलिटी की जानकारी पहले ही पायलट को दी जाती है और इसका एक क्राइटेरिया होता है अगर विजिबिलिटी कम है तो फ्लाइंग नहीं होगी. बीच में मौसम खराब होने की जानकारी पायलट को मिलती है और तो उसे पता होता है कि क्या करना है.
MI-17 हेलिकॉप्टर की खासियत ये है कि इसके एक इंजन में इतनी ताकत होती है कि यह कहीं से भी निकलकर आ जा सकता है, लैंड कर सकता है. दो इंजन वाला हेलिकॉप्टर में दोनों एक साथ लगातार काम करते हैं. ऐसा नहीं है कि इमरजेंसी के समय एक ऑफ होगा, दूसरा ऑन होगा.
जहाज के उड़ान से ठीक पहले उसकी सैंपलिंग की जाती है. अगर किसी कारणवश ईंधन में ऐसा तत्व आ गया की जिसकी वजह से एक इंजन बंद हो गया तो दूसरा इंजन बंद नहीं हो सकता. दोनों इंजन एक साथ बंद नहीं हो सकते हैं.
इतना कुछ होने के बावजूद आखिरी सात मिनट में क्या हुआ? जिसकी जांच वायुसेना की एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में बनी टीम कर रही है.
हेलिकॉप्टर क्रैश से जुड़ी सभी जानकारी अब ब्लैक बॉक्स खोलेगा. जिसमें विमान-हेलिकॉप्टर कि सारी रिकॉर्ड ब्लैक बॉक्स में होती है. बता दें कि ब्लैक बॉक्स विमान की दिशा, उंचाई, ईंधन, गती, हलचल और केबीन का तापमान इत्यादि समेत 88 प्रकार के आंकड़ों को बारे में 25 धंटों से अधिक की रिकार्डेड जानकारी देता है. अब ये देखना होगा की ब्लैक बॉक्स इस हादसे का राज खोल पाता है.