Manipur में मानवता तार-तार… महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़कों पर दौड़ाया, वीडियो पर बवाल

इंफाल: देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं. राज्य में एक ओर हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है तो दूसरी ओर मानवता को तार-तार कर देने वाला मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर मणिपुर से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें महिलाओं को निर्वस्त्र कर […]

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Manipur में मानवता तार-तार… महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़कों पर दौड़ाया, वीडियो पर बवाल

Riya Kumari

  • July 20, 2023 6:31 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

इंफाल: देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हालात दिन प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं. राज्य में एक ओर हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है तो दूसरी ओर मानवता को तार-तार कर देने वाला मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पर मणिपुर से एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़को पर घुमाया जा रहा है. यह वीडियो 4 मई का है जो आज सामने आया है जिसमें दो महिलाएं दिखाई दे रही हैं जो एक समुदाय विशेष की बताई जा रही हैं.

नग्न अवस्था में दौड़ती दिखीं महिलाएं

वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कैसे दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़कों पर दौड़ाया जा रहा है. दोनों महिलाएं पुरुषों की भीड़ से घिरी हुई हैं जिनमें से कई उनके साथ बद्सलूकी कर रहे हैं. इस वीडियो के सामने आने के बाद से इलाके में तनाव की स्थिति है. अधिकारियो की मानें तो ये वीडियो गुरुवार को यो इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) के होने वाले प्रदर्शन से ठीक एक दिन पहले प्रसारित किया जा रहा था.कहा ये भी जा रहा है कि ये वीडियो जानबूझकर वायरल किया जा रहा है ताकि उस समुदाय की दुर्दशा को उजागर किया जा सके.

झेली भयावह यातना

ITLF के एक प्रवक्ता का कहना है कि वीडियो कांगपोकपी जिले का है जहां ये पूरी घटना 4 मई की है. वीडियो में महिलाओं को नग्न अवस्था में देखा जा सकता है वहीं आस पास मौजूद पुरुष महिलाओं से लगातार छेड़छाड़ कर रहे हैं. पीड़ित महिलाएं लगातार मदद की गुहार लगा रही हैं और उन्हें बंधक बनाया गया है. ITLF की प्रवक्ता का कहना है कि अपराधियों ने वीडियो को बनाने के बाद वायरल कर दिया जिससे निर्दोष महिलाओं द्वारा झेली गई भयावह यातना का दर्द कई गुना बढ़ गया है. पुलिस इस अमानवीय मामले की जांच कर रही है.

”घृणित कृत्य” के खिलाफ गुहार

थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई पुलिस स्टेशन में मामले में शामिल अज्ञात हथियारबंद बदमाशों के खिलाफ अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज़ किया गया है. पुलिस के अनुसार सभी दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है. प्रवक्ता ने मांग की है कि इस ”घृणित कृत्य” मामले में केंद्र और राज्य सरकार, , राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग संज्ञान ले और दोषियों को सामने लाए. बता दें, गुरुवार को कुकी समुदाय इस मुद्दे को चुरचांदपुर में प्रस्तावित विरोध मार्च के दौरान उठाने की योजना बना रहा है.

प्रवक्ता ने एक बयान में इस ”घृणित कृत्य” की निंदा करते हुए मांग की कि केंद्र और राज्य सरकारें, राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग इस मामले का संज्ञान लें और दोषियों को कानून के सामने लाएं. कुकी समुदाय गुरुवार को चुरचांदपुर में प्रस्तावित विरोध मार्च के दौरान इस मुद्दे को भी उठाने की योजना बना रहे हैं.

सीएम ने दिए जांच के आदेश

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने इस वीडियो को लेकर कहा है कि सरकार ने उस वीडियो का स्वतः संज्ञान ले लिया है. वीडियो को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं. बी.फेनोम गांव के 65 साल के प्रमुख थांगबोई वैफेई ने सैकुल पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज़ करवाई है. शिकायत में बताया गया है कि भीड़ ने तीसरी महिला के साथ भी सामूहिक बलात्कार किया था. वीडियो वायरल होने के बाद केंद्र से लेकर राज्य सरकार सवालों के घेरे में आ गई है. ये भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर मणिपुर हिंसा को रोकने में सरकार क्यों नाकाम साबित हो रही है?

इन धाराओं में दर्ज़ हुआ मामला

इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम का दावा है कि वीडियो में दिखाई देने वाली महिलाएं कुकी-ज़ो जनजाति की थीं जिनके साथ छेड़छाड़ करने वाली भीड़ मैतेई समुदाय से थी. इस घटना के एक महीने बाद 21 जून को FIR दर्ज़ करवाई गई है. FIR में IPC की धारा के तहत धारा 153ए, 398, 427, 436, 448, 302, 354, 364, 326, 376, 34 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1सी) के तहत शिकायत दर्ज़ की गई है.

बताया जा रहा है कि इस भीड़ ने एक आदमी की भी हत्या की थी जिसके बाद हिंसक और अमानवीय भीड़ ने 3 महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया था. तीनों महिलाओं में से एक की उम्र 19 वर्ष बताई जा रही है जिसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया. जब पीड़िता के भाई ने उसकी मदद करने की कोशिश की तो उसकी हत्या कर दी गई. बाद में तीनों महिलाएं अनजान लोगों की मदद लेकर भागने में सफल रहीं.

कैसे शुरू हुआ मामला?

शिकायत के अनुसार 4 मई को जब मणिपुर में हिंसा भड़की तो 1 हजार लोगों ने एकाएक AK राइफल्स, SLR, इंसास और .303 राइफल्स जैसे अत्याधुनिक हथियार के साथ लगभग 3 बजे बी. फ़ेनोम गांव पर हमला कर दिया. इस दौरान हिंसक भी ने तोड़फोड़ और लूटपाट तो की ही कई घरों को भी जला दिया गया.

हिंसा से भागकर 2 पुरुष और 3 महिलाएं भाग गए जिन्हें बाद में नोंगपोक सेकमाई पुलिस टीम ने बचा लिया. जब सभी को पुलिस स्टेशन ले जाया जा रहा था तो भीड़ ने पुलिस स्टेशन से कुछ दूर पर हमला किया. इस दौरान ये भीड़ तीनों महिलाओं और 2 पुरुषों को घसीटते हुए जंगल की ओर ले गई. बता दें, मणिपुर में 3 मई से हिंसा जारी है जिसकी शुरुआत कुकी समुदाय की ओर से निकाले गए ‘आदिवासी एकता मार्च’ के दौरान हुई थी.

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