Sri Lanka Crisis: नई दिल्ली, श्रीलंका इस वक्त अपने इतिहास की सबसे बड़ी आर्थिक तंगी (Sri Lanka Crisis) से जूझ रहा है. रविवार देर रात श्रीलंका सरकार की पूरी कैबिनेट ने जनता के विरोध प्रदर्शन के आगे बेबस होकर इस्तीफा दे दिया. अभी प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे अपने पद पर बने हुए है. इससे पहले राष्ट्रपति […]
नई दिल्ली, श्रीलंका इस वक्त अपने इतिहास की सबसे बड़ी आर्थिक तंगी (Sri Lanka Crisis) से जूझ रहा है. रविवार देर रात श्रीलंका सरकार की पूरी कैबिनेट ने जनता के विरोध प्रदर्शन के आगे बेबस होकर इस्तीफा दे दिया. अभी प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे अपने पद पर बने हुए है. इससे पहले राष्ट्रपति गोटभाया राजपक्षे (President Gotabaya Rajapaksa) ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की थी. बता दे कि विदेशी मुद्दा भंडार में भारी कमी की वजह से अब देश के सामने कर्ज की किस्ते चुकाने तक के पैसे नहीं है. महंगाई से त्रस्त लोग को खाने के सामानों के लिए दुकानों के बाहर लंबी कतारों में खड़ा रहना पड़ रहा है।
श्रीलंका में मौजूदा हालात के 10 बड़े घटनाक्रम जानते है
1- रविवार को श्रीलंका की सरकार ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है. इसमें ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सऐप, इंस्टाग्राम शामिल है. इससे पहले देश में आपातकाल की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया था।
2- सोशल मीडिया से प्रतिबंध हटाए जाने के बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि ट्विटर, फेसबुक, यूट्यूब, टिकटॉक, व्हाट्सऐप, स्नैपचैट, वाइबर और टेलीग्राम की सेवाओं को बहाल कर दिया है. ये सेवाएं प्रतिबंध लगने के 15 घंटे बाद फिर से शुरू की गई है।
3- कोलंबो पेज नामक श्रीलंका के एक अखबार ने इससे पहले दावा किया था कि सरकार ने सोशल मीडिया पर प्रतिबंध इसलिए लगाया था कि लोग घंटो बिजली कटौती, भोजन और आवश्यक वस्तुओं की कमी से जूझ रहे लोगों को राहत पहुंचाने में विफल रहने पर सरकार की आलोचना न हो सके और लोग एक जगह पर एकत्रित न हो सके।
4- श्रीलंका में साइबर सुरक्षा और इंटरनेट पर नजर रखने वाले एक निगरानी संगठन नेटब्लॉक्स ने अपनी खबर में दावा किया है कि श्रीलंका के प्रमुख नेटवर्क ऑपरेटर डॉयलाग, मोबीटेल, हच, और श्रीलंका टेलीकॉम सरकार की निगरानी में है।
5- आर्थिक संकट से परेशान लोगों ने रविवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और बिजली कटौती और आवश्यक सेवाओं को बहाल करने की मांग की।
6- श्रीलंकाई संसद में सरकार के खिलाफ हमेशा मुखर रहने वाले विपक्षी सांसद हर्षा डी सिल्वा ने कहा कि श्रीलंका के लोकतंत्र की हम रक्षा करेंगे. बता दे कि विपक्षी सांसदो ने इससे पहले कोलंहो के इंडिपेंडडेंस स्क्वायर के ओर मार्च किया था और विरोध में तख्तियां दिखाई थी।
7- विपक्षी सांसदों के के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस अधिकारियों ने इंडिपेंडेंस स्क्वायर तक जाने वाले रास्तें में अवरोध लगा दिया था. बता दे कि ये स्क्वायर श्रीलंका की आजादी के याद में 1948 में बनाया गया था।
8- खबरों के मुताबिक सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे 664 लोगों को श्रीलंकाई पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये सभी गिरफ्तारियां एक तलाशी अभियान के दौरान की गई है. ये अभियान शनिवार रात 10 बजे से रविवार सुबह 6 बजे के बीच चलाया गया था।
9- श्रीलंका के एक व्यक्ति ने दावा किया किया है कि पुलिस ने उसके बेटे का अपहरण कर लिया है. अनुरूद्ध बंडारा नाम के उस व्यक्ति के अनुसार शुक्रवार को उत्तरी कोलंबो पुलिस थाने के पुलिस ने उनके बेटे का अपहरण कर लिया. हालांकि पुलिस ने बाद में बताया कि उस व्यक्ति को उसकी सोशल मीडिया की गतिविधि को लेकर गिरफ्तार किया था और पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया।
10- श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे ने अपने सरकार की नीतियों का बचाव करते हुए कहा है विदेशी मुद्दा का संकट उनकी सरकार की वजह से नहीं पैदा हुआ है. उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी कोरोना महामारी की वजह से आई है।