पश्चिम बंगाल : कोलकाता। पश्चिम बंगाल के तीन दिवसीय दौरे पर गए गृह मंत्री अमित शाह ने गुरूवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर बड़ा ऐलान किया है. शाह ने सिलीगुड़ी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस सीएए को लेकर भ्रम फैला रही है कि ये […]
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के तीन दिवसीय दौरे पर गए गृह मंत्री अमित शाह ने गुरूवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर बड़ा ऐलान किया है. शाह ने सिलीगुड़ी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में सत्ताधारी दल तृणमूल कांग्रेस सीएए को लेकर भ्रम फैला रही है कि ये कभी लागू नहीं होगा. लेकिन कोरोना महामारी खत्म होने के बाद केंद्र सरकार इसे जमीन पर जरूर लागू करेगी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो पश्चिम बंगाल में घुसपैठ चाहती है. उन्होंने आर्थिक रूप में राज्य को पूरी तरह कंगाल कर दिया है. जिस बंगाल का 1947 में आजादी के समय देश की जीडीपी में 30% योगदान था. वो आज सिर्फ 3.3% रह गया है. शाह ने आगे कहा कि सीएए वास्तविकता था. वास्तविकता है और हमेशा रहने वाला है।
तृणमूल सरकार पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य में राजनीतिक हिंसा को रोकने में पूरी तरह विफल रही है. उन्होंने कहा कि पूरे देश में कही भी हिंसा होती है तो ममता दीदी फौरन अपना डेलीगेशन भेज देती है. लेकिन बीरभूम में 8 महिलाओं और 1 बच्चे को जिंदा जला दिया गया. तब उन्होंने डेलीगेशन क्यों नहीं भेजा. क्या बीरभूम वाले आपके लोग नहीं है?
अमित शाह ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल की सत्ता में तीसरी बार चुने जाने के बाद भी ममता दीदी नहीं सुधर रही है. अब जब तक बंगाल की जनता भ्रष्टाचार, कटमनी और अत्याचार के सिंडिकेट को खत्म नहीं कर देती है. तब तक भाजपा अपनी लड़ाई जारी रखेगी. शाह ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में इस वक्त कानून का नहीं, बल्कि जो सरकार में है उनकी इच्छा का राज है।