नई दिल्ली। रविवार को नेपाल के पोखरा में हुए भीषण विमान हादसे में अभी तक 68 लोगों की मौत हो चुकी है। नेपाल के पोखरा में येती एयलाइंस का विमान पहाड़ी से टकराकर गहरी खाई में जा गिरा था। विमान में पांच भारतीयों और चालक दल के चार सदस्यों समेत 72 लोग सवार थे। पोखरा […]
नई दिल्ली। रविवार को नेपाल के पोखरा में हुए भीषण विमान हादसे में अभी तक 68 लोगों की मौत हो चुकी है। नेपाल के पोखरा में येती एयलाइंस का विमान पहाड़ी से टकराकर गहरी खाई में जा गिरा था। विमान में पांच भारतीयों और चालक दल के चार सदस्यों समेत 72 लोग सवार थे। पोखरा हवाई अड्डे पर उतरने से 20 सेकंड पहले ही विमान अनियंत्रित हो कर खाई में जा गिरा था।
नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने हादसे को लेकर बताया कि, “विमान ने सुबह ही 10:33 बजे काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। सुबह करीब 11 बजे तक पोखरा हवाई अड्डे पर उतरते समय विमान पुराने हवाई अड्डे से नए हवाई अड्डे के बीच सेती नदी की खाई में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।“
नेपाल का पर्वतीय इलाकों से घिरे होने के कारण यहां पर विमान हादसों का इतिहास काफी पुराना रहा है। नेपाल में पिछले 23 सालों में 17 बड़े विमान हादसे हुए है। जिसमें 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई हैं।
इनमें 27 जुलाई 2000 को पश्चिमी नेपाल में ट्विन ओटर यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वहीं 22 अगस्त 2002 को खराब मौसम के कारण विदेशी पर्यटकों को लेकर जा रहा एक विमान पहाड़ से टकरा गया था।
इसके अलावा 27 फरवरी 2019 को भी पूर्वी नेपाल में एक हेलीकॉप्टर खराब होने के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिसमें पर्यटन मंत्री समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी।
25 मई 2004 – माउंट एवरेस्ट क्षेत्र में एक छोटा मालवाहक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।
21 जून 2006 – एक निजी नेपाली यात्री विमान लैंडिंग से पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी।
4 मार्च 2008 – हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 10 लोगों की मौत हो गई थी। जिसमें चार संयुक्त राष्ट्र के हथियार मॉनिटर अधिकारी मौजूद थे।
8 अक्टूबर 2008 – पूर्वात्तर नेपाल के सुदूर पहाड़ों में छोटा निजी विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिसमें 18 लोग मारे गए थे। हादसे का शिकार हुए अधिकतर लोग विदेशी थे।
24 अगस्त 2010- नेपाल में खराब मौसम के कारण छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिसमें 14 लोग मारे गए थे। इनमें 4 अमेरिकी, एक जपानी तथा ब्रिटिश नागरिक यात्रा कर रहे थे।
16 दिसंबर 2010 – पूर्वी नेपाल के रिमोट इलाके में हिमालय की तलहटी में एक छोटा विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी।
25 सितंबर 2011 – माउंट एवरेस्ट देखने के लिए विदेशी पर्यटकों को लेकर उड़ा विमान काठमांडू के पास खराब मौसम में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें 19 लोगों की मौत हुई थी।
28 सितंबर 2012 – काठमांडू से उड़ान भरने के बाद विमान एक पक्षी से टकरा गया और कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ। इसमें सवार 7 ब्रिटिश तथा 5 चीनी यात्रियों सिहत 19 लोगों की मौत हुई थी।
16 फरवरी 2014 – खराब मौसम के चलते हुई दुर्घटना में छोटे विमान में सवार सभी 18 लोग मारे गए थे।
24 फरवरी 2016 – खराब मौसम के कारण हुई दुर्घटना में सभी 23 लोगों की मौत हो गई थी। तारा एयरलाइंस का इस विमान ने पोखरा से उड़ान भरी थी।
26 फरवरी 2016 – पश्चिमी नेपाल का कालीकोट जिले में छोटे विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से दो लोगों की मौत हो गई थी।
12 मार्च 2018 – खराब मौसम के चलते बांग्लादेशी एयरलान का विमान काठमांडु एयरपोर्ट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें 71 में से 51 लोगों की मुत्यु हो गई थी।
27 फरवरी 2019 – पूर्वी नेपाल में खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिसमें पर्यटन मंत्री समेत 7 लोगों की मौत हुई थी।
29 मई 2022 – तारा एयरलाइंस का विमान डीएचसी- 6 ट्विन ओटर विमान नेपाल के मस्टैंग में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में सभी 22 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 16 नेपाली, चार भारतीय और दो जर्मन नागरिक मारे गए थे। पोखरा से उड़ान भरने के 15 मिनट बाद ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।