प्रयागराज: चंद दिनों पहले प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्यकांड में अब बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल इस पूरे मर्डर की प्लानिंग इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक युवा वकील के कमरे में की गई थी. अब इस वकील को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूरे सूबे की सरकार में कोहराम मचा देने वाले इस हत्याकांड में […]
प्रयागराज: चंद दिनों पहले प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्यकांड में अब बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल इस पूरे मर्डर की प्लानिंग इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक युवा वकील के कमरे में की गई थी. अब इस वकील को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूरे सूबे की सरकार में कोहराम मचा देने वाले इस हत्याकांड में अब बड़ा खुलासा हुआ है.
बता दें, पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 12 लोगों को अपनी टॉप-10 सूची में नामजद किया है. इन्हीं में से एक हाई कोर्ट का वकील भी है बाकी के 11 मोस्ट वॉन्टेड में से दो भाई जेल में बंद हैं. इन सभी आरोपियों में से उत्तर प्रदेश का माफिया अतीक अहमद और दूसरा उसका भाई अशरफ भी शामिल है. अतीक अहमद इस समय अहमदाबाद की जेल में बंद है और उसका भाई और उमेश पाल हत्याकांड का मोस्ट वॉन्टेड अशरफ भी इस समय यूपी की बरेली जेल में सजा काट रहा है.
इसके बाद सोमवार दोपहर हुई एक विशेष बातचीत में यूपी पुलिस एसटीएफ प्रमुख और अपर पुलिस महानिदेशक, आईपीएस अमिताभ यश ने कई खुलासे किए. उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड के मुख्य षड्यंत्रकारी को गिरफ्तार कर लिया गया है जिसे गोरखपुर से पकड़ा गया है।
गिरफ्तार षड्यंत्रकारी का नाम सदाकत (25) बताया जा रहा है जो पेशे से इलाहाबाद हाई कोर्ट का वकील है। पूछताछ में पता चला है कि हाई कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस से अधिक वह अपराधियों के साथ उठता बैठता है. इस हत्याकांड की योजना को अंतिम रूप दिए जाने के दौरान सदाकत के कमरे पर ही दूसरे दौर की बैठक हुई थीं. यह कमरा उसके प्रयागराज स्थित मुस्लिम हॉस्टल में है.
यूपी पुलिस एसटीएफ चीफ ने आगे कहा, “अभी तक इस कांड में माफिया मुख्तार अंसारी की कोई भूमिका नज़र नहीं आई है लेकिन आगे की जांच में वो कहीं आता है तो इस बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है. अब तक प्रयागराज के डबल मर्डर (उमेश पाल हत्याकांड) में मुख्य रूप से अहमदाबाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद और बरेली सेंट्रल जेल में बंद उसके भाई अशरफ का ही नाम सामने आया है. मुख्य गिरफ्तारी की बात करें तो हाई कोर्ट में वकालत करने वाला सदाकत ही पहला आरोपी है. हत्याकांड को अंतिम रूप दिए जाने वाली बैठकों में से अधिकांश बैठकें आरोपी सदाकत के प्रयागराज स्थित मुस्लिम हॉस्टल वाले कमरे में की गई थी. इस बात को खुद सदाकत ने ही कबूल किया है.
इलाहाबाद हाई कोर्ट का वकील सदाकत आखिर अतीक अहमद जैसे अपराधियों के संपर्क में कैसे पहुंच गया? इस सवाल के जवाब में बताया गया, “दरअसल सदाकत ने जो बताया है उसके अनुसार, इस गैंग ने सदाकत को लालच दिया था. इलाके में विवादित जमीनों के सौदे और उनसे जुड़े तमाम कानूनी मामले जब भी आएंगे तो वह सदाकत के ही हवाले किए जाएंगे. इसलिए उसने शूटर्स की बैठक अपने हॉस्टल में करवानी शुरू कर दी. अभी सदाकत से और भी पूछताछ जारी है।
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