नई दिल्ली. हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा-कांग्रेस में संग्राम छिड़ गया है. विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया को पार्टी में शामिल कराकर कांग्रेस ने ऐसा दांव चला है कि भाजपा की मुश्किलें बढ़ गई है.
इसी दौरान पहले अभिनेत्री कंगना रनौत ने किसान आंदोलन पर और अब बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया पर ऐसा बयान दे दिया है कि दिल्ली से चंडीगढ़ तक भाजपा हिल गई है. पार्टी ने डैमेज कंट्रोल के लिए तत्काल कदम उठाया और बृजभूषण शरण सिंह को ताकीद की है कि खबरदार…
कंगना रनौत द्वारा किसान आंदोलन पर दिये गये बयान को लेकर उपजे विवाद से भाजपा मुश्किलों का सामना कर रही थी. इसी बाच भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होते ही बयानों के गोले दागने शुरू कर दिये. जैसे की विनेश किसी और का हक मारकर ओलंपिक में गई थी, उसके साथ जो हुआ ठीक हुआ, वो मेरे और पीएम मोदी के खिलाफ बयान देगी. महिला पहलवानों का आंदोलन राजनीतिक था.
महाभारत का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पांच हजार साल पहले एक महाभारत हुआ था, जिस पर पांडवों ने द्रौपदी को दांव पर लगा दिया था. वैसे ही भूपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा की बहन-बेटियों को दांव पर लगा दिया. मुख्य किरदार विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया बने. बजरंग पूनिया क्या बात करेंगे जिसने अपनी पत्नी का इस्तेमाल किया. उनकी हैसियत क्या है?
भाजपा को लगा कि इससे हरियाणा चुनाव में पार्टी को नुकसान हो सकता है. यह बयान महिला विरोधी माना जाएगा. हरियाणा में लगभग 2.25 करोड़ वोटर्स हैं जिसमें महिला वोटर्स 1 करोड़ से अधिक हैं और उन्हें भाजपा का साइलेंट वोटर्स माना जाता है. ये बयान भारी पड़ सकता है. किसान आंदोलन के दौरान से ही जाट नाराज हैं लिहाजा उन्हें साधने के लिए पार्टी ने 14 ओबीसी के मुकाबले 13 जाटों को भी टिकट दिया है.
ऐसे में तत्काल बृजभूषण शरण सिंह को संदेश दिया गया कि पार्टी हित का ध्यान रखते हुए तत्काल प्रभाव से विनेश और बजरंग पूनिया के खिलाफ बयान देना बंद कर दें. साथ में यह भी संदेश दिया गया कि ऐसा नहीं किया तो पार्टी सख्त कदम उठाएगी. देखना है कि भाजपा के इस कदम के बाद बृजभूषण शरण सिंह क्या करते हैं.
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