कौन है हरियाणवी छोरा विकास यादव जिसे सुपर पॉवर अमेरिका ढूंढ रहा!

नई दिल्ली. भारत इन दिनों अमेरिका और कनाडा से कूटनीतिक मोर्चे पर जूझ रहा है. कारण बने हैं दो आतंकवादी जिनका नाम है खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर और गुरुपवंत सिंह पन्नू. कनाडाई नागरिक और खालिस्तान समर्थक हरदीप निज्जर पिछले साल कनाडा में 18 जून को सरे शहर में गुरुद्वारे के बाहर मारा गया था. […]

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कौन है हरियाणवी छोरा विकास यादव जिसे सुपर पॉवर अमेरिका ढूंढ रहा!

Vidya Shanker Tiwari

  • October 18, 2024 9:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली. भारत इन दिनों अमेरिका और कनाडा से कूटनीतिक मोर्चे पर जूझ रहा है. कारण बने हैं दो आतंकवादी जिनका नाम है खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर और गुरुपवंत सिंह पन्नू. कनाडाई नागरिक और खालिस्तान समर्थक हरदीप निज्जर पिछले साल कनाडा में 18 जून को सरे शहर में गुरुद्वारे के बाहर मारा गया था. कनाडा इस मामले को लेकर भारत को जिम्मेदार ठहरा रहा है जबकि दिल्ली से लगातार इसका खंडन किया जा रहा है.

अमेरिका-कनाडा का आतंकियों को संरक्षण

दोनों देशों के तनातनी में भारत ने अपने राजनयिक कनाडा से वापस बुला लिये हैं और कनाडा के छह राजनयिकों को तत्काल देश छोड़ने को कहा है. दूसरा खालिस्तान समर्थक गुरुपवंत सिंह पन्नू अमेरिकी नागरिक है और वहीं से उत्तेजक भाषण जारी कर भारत के नाक में दम किये रहता है. इन दोनों को भारत ने आतंकवादी घोषित कर रखा है. लेकिन अमेरिका और कनाडा इन्हें अपने नागरिक के रूप में संरक्षण देते हैं. इसी क्रम में अमेरिका ने आरोप लगाया है कि पन्नू को मारने की कोशिश की गई थी जिसमें निखिल गुप्ता और CC1 शामिल थे.

CC1 निकला हरियाणवी छोरा

CC1 कोड को डिकोड कर लिया गया है और वह और कोई नहीं हरियाणा के रेवाड़ी जिले के प्राणपुरा गांव का रहने वाला विकास यादव है. अमेरिका का आरोप है कि विकास यादव रॉ (RAW) का एजेंट है जिसने निखिल गुप्ता के साथ मिलकर पन्नू को खत्म करने की प्लानिंग की. साजिश के दौरान विकास ने अमानत नाम का इस्तेमाल किया. निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य से गिरफ्तार कर अमेरिका को सौंप दिया गया था और फिलहाल वह अमेरिकी जेल में है लेकिन हरियाणवी छोरा विकास यादव सुपर पॉवर के हाथ नहीं आ रहा है. उसका डिटेल अमेरिका ने जारी किया है. उस पर मर्डर फार हायर और मनी लॉड्रिंग के गंभीर आरोप लगाये गये हैं. भारत का कहना है कि अमेरिका जिन व्यक्तियों का उल्लेख कर रहा है वो अब सरकारी सेवा में नहीं है.

निज्जर-पन्नू बने भारत के लिए सिरदर्द

पूरा वाकया कुछ इस तरह है. विदेशी सरजमीं से पन्नू औ निज्जर खालिस्तान के लिए मुहिम चलाते हैं और लोगों को भड़काने वाले वीडियो जारी करते रहते हैं. निज्जर को 18 जून को कनाडा के सरे शहर में खत्म कर दिया गया जबकि पन्नू को खत्म करने के लिए साजिश की गई. इसको लेकर अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने न्यूयार्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अभियोग दायर किया. जिसमें निखिल गुप्ता और भारतीय सरकारी अधिकारी कहकर CC1 पर साजिश करने का आरोप लगाया गया. इसी आरोप में निखिल गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया.

हिटमैन अमेरिकी खुफिया एजेंट निकला

अभियोग के मुताबिक भारतीय सरकारी अधिकारी ने पन्नू को मारने के लिए निखिल गुप्ता को हायर किया और गुप्ता ने एक हिटमैन, सुपारी किलर हायर किया. 1 लाख डालर यानी 83 लाख में सौदा तय हुआ और उसे मैनहट्टन में 15 हजार डॉलर एडवांस दे दिये गये लेकिन यहीं पर खेल हो गया और जिसे एडवांस दिया गया वह अमेरिकी खुफिया एजेंट निकला. अमेरिका के संबंधित विभाग ने 17 अक्टूबर को दूसरा अभियोग पत्र दायर कर विकास यादव के नाम का खुलासा किया. निज्जर की हत्या और पन्नू को मारने की साजिश के तार एक वीडियो से जुड़ता दिख रहा है.

वीडियो बनी मुसीबत

बताते हैं कि 18 जून को निज्जर की हत्या के बाद विकास यादव ने निज्जर के शव का एक वीडियो निखिल गुप्ता को भेजा था. यह पता नहीं चल पाया है कि किसने वीडियो बनाया और विकास यादव को भेजा. अमेरिकी खुफिया इकाई एफबीआई ने पूरा ब्योरा जारी कर दिया है. पश्चिमी देशों ने फाइव आइज़ खुफिया गठबंधन बनाया है जिसमें अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं. माना जा रहा है कि इनके बीच खुफिया जानकारी का आदान प्रदान हुआ जिसमें वो वीडियो साक्ष्य बनता दिख रहा है जिसे विकास यादव ने निखिल गुप्ता को भेजा था.

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