Colonel Kirori Singh Bainsla: जयपुर, राजस्थान के गुर्जर नेता और गुर्जर आंदोलन के पुरोधा रहे किरोड़ी सिंह बैंसला का लंबी बीमारी के बाद आज जयपुर में निधन हो गया. जानकारी के मुताबिक तबियत बिगड़ने के बाद उन्हे मणिपाल अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया। सांस लेेने में हुई […]
जयपुर, राजस्थान के गुर्जर नेता और गुर्जर आंदोलन के पुरोधा रहे किरोड़ी सिंह बैंसला का लंबी बीमारी के बाद आज जयपुर में निधन हो गया. जानकारी के मुताबिक तबियत बिगड़ने के बाद उन्हे मणिपाल अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
किरोड़ी सिंह बैंसला को सांस लेने में दिक्कत होने के बाद 27 मार्च को जयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था. बता दे कि इससे पहले कोरोना महामारी के दौरान बैंसला दो बार कोरोना से संक्रमित हो चुके थे. पिछले साल भी उन्हे फेफड़ो में संक्रमण की वजह से जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल में भर्ती किया गया था।
राजस्थान में किरोड़ी सिंह बैंसला की पहचान एक बड़े गुर्जर नेता की थी. उन्होंने गुर्जर आरक्षण के लिए लंबी लड़ाई थी. गुर्जर समाज के अधिकार के लिए बैंसला ने कई बड़े आंदोलनों का नेतृत्व किया था. बैंसला के गुर्जर आंदोलन के ही नतीजे के तौर पर गुर्जरों को सरकारी नौकरी में 5% आरक्षण मिला. बताया जाता है कि गुर्ज आंदोलन की ही वजह से 2008 में भाजपा की मुख्यमंत्री वसुधंरा राजे को अपनी सरकार गंवानी पड़ी थी।
बता दे कि किरोड़ी सिंह बैसला ने अपने करियर की शुरूआत शिक्षक के पेशे से की थी. इसके बाद उनका रूझान सेना की ओर हो गया और वो भारतीय सेना की राजपूताना राइफल में बतौर सिपाही भर्ती हो गए और सेना में अपनी सेवाएं देना शुरू कर दी. उन्होंने 1962 भारत-चीन युद्ध और 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध भी लड़ा था. किरोड़ी सिंह बैंसला के युद्ध कौशल ने ही उन्हें सेना में सिपाही से कर्नल तक की पोस्ट तक पहुंचा दिया था।
किरोड़ी सिंह बैंसला ने 2019 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी. वे इससे पहले बीजेपी के टिकट पर एक लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके थे, जिसमें उन्हे कांग्रेस के प्रत्याशी नमोनारायण मीणा ने 317 वोटों से मात दी थी।