गुजरात दंगा मामला: नई दिल्ली। गुजरात दंगा मामले में गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामें को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। इसे लेकर बीजेपी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उसने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके सहयोगी रहे अहमद पटेल पर कई […]
नई दिल्ली। गुजरात दंगा मामले में गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामें को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई है। इसे लेकर बीजेपी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें उसने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके सहयोगी रहे अहमद पटेल पर कई गंभीर आरोप लगाए। बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा कि अहमद पटेल सिर्फ मोहरा थे, पीएम मोदी के खिलाफ पूरी साजिश सोनिया गांधी ने रची थी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में संबित पात्रा ने कहा कि हलफनामे ने इस सच्चाई को सामने लाया है कि इन साजिशों को अंजाम देने वाले कौन थे। उन्होंने कहा कि अहमद पटेल तो बस एक नाम है, प्रेरक शक्ति उनकी बॉस सोनिया गांधी थी।
पात्रा ने आगे कहा कि सोनिया ने ही अपने मुख्य राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल के जरिए गुजरात की छवि खराब करने की कोशिश की और उसी के माध्यम से पीएम मोदी को अपमानित करने का प्रयास किया गया। सोनिया गांधी इस पूरी साजिश के सूत्रधार थीं।
बता दें कि 2002 के गुजरात दंगों पर एसआईटी के हलफनामे में कहा गया है कि अहमद पटेल के इशारे पर, तीस्ता सीतलवाड़ और अन्य ने गुजरात सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची थी।
गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल (एसाआईटी) की ओर से अदालत में दाखिल किए हलफनामे में बताया गया है कि तीस्ता सीतलवाड़ का इस साजिश को अंजाम देने का उद्देश्य गुजरात बीजेपी सरकार को गिराना था। हलफनामे में ये भी आरोप लगाया गया है कि तीस्ता ने बेगुनाहों को गलत तरीके से फंसाकर बीजेपी की प्रतिद्धंदी राजनीतिक पार्टियों से अवैध वित्तीय लाभ और पुरस्कार प्राप्त किए थे।
तीस्ता सीतलवाड़ के पूर्व सहयोगी जफर सरेशवाला ने भी उनके ऊपर कई संगीन आरोप लगाए है। जफर ने एक टीवी इंटरव्यू में ये दावा किया था कि तीस्ता सीतलवाड़ तत्कालीन केंद्र की यूपीए सरकार के इशारे पर अपना एजेंडा चला रही थीं। सरेशवाला ने कहा था कि तीस्ता को धन और शोहरत बटोरने में बहुत दिलचस्पी थी। वो गुजरात दंगो के पीड़ितों के नाम पर विदेश से काफी मात्रा में धन बटोरती थीं। लेकिन पैसों का इस्तेमाल किसी भी पीड़ित की मदद के लिए नहीं किया।
सरेशवाला ने अपने टीवी इंटरव्यू में तीस्ता सीतलवाड़ के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल का भी नाम लिया था। उन्होंने कहा था कि तीस्ता ये सारी साजिश कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व के एक नेता के इशारे पर कर रही थी। बता दें कि जफर सरेशवाला मौलाना आजाद उर्दू विश्वविद्यालय हैदराबाद के पूर्व कुलपित और कारोबारी हैं।
गौरतलब है कि तीस्ता सीतलवाड़ को गुजरात पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गुजरात दंगा मामले में निर्देश लोगों को फंसाने के लिए सबूत गढ़ने के आरोप में कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया है। उनके साथ ही पूर्व आईपीएस अफसर आरबी श्रीवास्तव और संजीव भट्ट को भी पुलिस ने इसी मामले में गिरफ्तार किया है।
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