नई दिल्ली. गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान हो चुके हैं, पहले चरण में 89 सीटों के लिए वोटिंग हुई थी तो वहीं दूसरे चरण में 93 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं. मतदान खत्म होने के बाद शाम को गुजरात और हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल्स आने वाले […]
नई दिल्ली. गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान हो चुके हैं, पहले चरण में 89 सीटों के लिए वोटिंग हुई थी तो वहीं दूसरे चरण में 93 सीटों के लिए वोट डाले जा रहे हैं. मतदान खत्म होने के बाद शाम को गुजरात और हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल्स आने वाले हैं, गुजरात और हिमाचल के साथ ही दिल्ली नगर निगम चुनाव के भी एग्जिट पोल्स आएंगे. चुनाव से पहले एग्जिट पोल से एक तस्वीर सामने आ जाएगी कि गुजरात और हिमाचल में किसकी सरकार बन सकती है और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में किसके सिर मेयर का ताज सज सकता है. गुजरात और हिमाचल के नतीजे 8 दिसंबर को आने वाले हैं जबकि नगर निगम चुनाव के नतीजे 8 दिसंबर को आने वाले हैं.
गुजरात में आम आदमी पार्टी की एंट्री के बाद जहाँ यहाँ त्रिकोणीय मुकाबला होने वाला है तो वहीं हिमाचल में कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर देखने को मिलने वाली है. गुजरात में दूसरे चरण में 61 राजनीतिक पार्टियों के 833 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं तो वहीं मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह पटेल की किस्मत भी आज ही ईवीएम में कैद हो गई है. बता दें पहले चरण में 89 सीटों पर 1 दिसंबर को मतदान हुआ था, इसमें सौराष्ट्र, कच्छ और दक्षिण गुजरात की सीटें शामिल थीं. पहले चरण में 63.31 फीसदी मतदान हुआ था, वहीं दूसरे चरण के लिए मतदान जारी है.
हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान हुआ था, इसके नतीजे भी आठ दिसंबर को आएँगे. हिमाचल में इस बार 75 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ था, बता दें, पिछले दिनों चुनाव आयोग की टीम ने राज्य का दौरा करके चुनावी तैयारियों का जायजा लिया था. साल 2017 में हिमाचल विधानसभा की 68 सीटों के लिए 9 नवंबर को वोटिंग हुई थी. 68 सीटों वाली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल जनवरी 2023 में खत्म हो रहा है, ऐसे में इससे पहले राज्य में चुनाव होना है. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 44 सीटों पर जीत हासिल की थी तो कांग्रेस को 21 सीटों पर जीत मिली थी, वहीं बाकी 3 सीटें अन्य के खाते में आई थी. जिसके बाद भाजपा ने जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया गया था.’ चुनाव आयुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोग, विकलांग या कोरोना संक्रमित जो वोट देना चाहते हैं लेकिन पोलिंग बूथ तक नहीं आ सकते हैं, आयोग ऐसे वोटरों के घर जाकर उन्हें मतदान की सुविधा देगा, जिससे वो अपने मत का इस्तेमाल कर पाएंगे.
गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को तो वहीं हिमाचल विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 8 जनवरी 2023 को खत्म हो रहा है. 2017 के चुनाव में भाजपा ने गुजरात विधानसभा की 182 में से 99 सीटों पर जीत हासिल की थी, उस समय कांग्रेस ने 77 सीटें हासिल की थीं. चुनाव के बाद भाजपा ने विजय रूपाणी को मुख्यमंत्री बनाया गया था. हालांकि, सितंबर 2021 में रूपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बना दिया गया था, ऐसे में इस बार भूपेंद्र पटेल की किस्मत का फैसला हो जाएगा. गुजरात में साल 2017 में 9 दिसंबर से 14 दिसंबर के बीच वोटिंग हुई थी और 18 दिसंबर को नतीजे आए थे, बता दें गुजरात विधानसभा में बहुमत के लिए 92 सीटें जरूरी है.
हिमाचल प्रदेश में इस बार भी जहाँ मुकाबला सीधा भाजपा और कांग्रेस के बीच है तो वहीं गुजरात में आम आदमी पार्टी की एंट्री के बाद से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
दिल्ली नगर निगम के लिए 250 वार्ड में 4 दिसंबर को मतदान हुआ था. इस बार 1349 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं, नगर निगम चुनाव के नतीजे 7 दिसंबर को आ जाएंगे, एमसीडी में इस बार 1.45 करोड़ वोटर थे. इस बार नगर निगम चुनाव में 50 फीसदी मतदान ही हुआ है.
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