गांधीनगर. गुजरात में भाजपा ने 156 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल की, इस जीत के बाद भूपेंद्र पटेल ने फिर से गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है. सोमवार को मुख्यमंत्री के रूप में भूपेंद्र पटेल की ताजपोशी हुई, पटेल के साथ 16 और विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली है. […]
गांधीनगर. गुजरात में भाजपा ने 156 सीटों के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल की, इस जीत के बाद भूपेंद्र पटेल ने फिर से गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है. सोमवार को मुख्यमंत्री के रूप में भूपेंद्र पटेल की ताजपोशी हुई, पटेल के साथ 16 और विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली है. इससे पहले भूपेंद्र पटेल ने सितंबर 2021 में पिछले कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण किया था. ऐसे में इस बार भाजपा ने भूपेंद्र पटेल की ताजपोशी बहुत ही भव्य तरीके से की. भाजपा ने भूपेंद्र पटेल के शपथ ग्रहण को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर दिखाने की कोशिश की, भूपेंद्र पटेल के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शामिल हुए, पटेल को राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई. भूपेंद्र पटेल के साथ 16 और मंत्रियों ने मंत्री पद की शपथ ली.
बलवंत सिंह राजपूत ने भूपेंद्र मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है. ये क्षत्रिय समाज से आते हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में अहमद पटेल के खिलाफ लड़ने वाले प्रत्याशी के रूप में बलवंत सिंह राजपूत चर्चा में आए थे, लेकिन चुनाव में हार के बाद इन्हें GIDC का अध्यक्ष बनाया गया और अब इन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.
राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले पुरुषोत्तम सोलंकी मोदी सरकार में मंत्री रहे हैं और गुजरात में कोली समाज का बड़ा चेहरा हैं. भाजपा ने मिशन 2024 और प्रदेश में 19 प्रतिशत कोली समुदाय के वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए पुरुषोत्तम सोलंकी को कैबिनेट मंत्री बनाया है. भूपेंद्र पटेल की पहली सरकार में जगह नहीं मिलने पर वो नाराज़ थे लेकिन फिर आलाकमान के आदेश पर मंत्री पद के लिए मान गए.
राज्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले मुकेश पटेल गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल के करीबियों में एक रहे हैं, इसके साथ ही वो सूरत में पाटीदार समाज से आने वाले प्रमुख नेता भी रहे हैं. भूपेंद्र पटेल सरकार में ही उन्हें पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था और इस बार वो दोबारा मंत्री बन रहे हैं.
कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले भानुबेन बाबरिया दलित समुदाय से आती हैं, दलित समाज से आने वाली भानुबेन बाबरिया पहली बार भूपेंद्र सरकार में मंत्री बनने वाली, 2024 लोकसभा चुनाव के समीकरण को ध्यान में रखते हुए भानुबेन बाबरिया को मंत्री बनाया गया है.
भूपेंद्र पटेल सरकार में मंत्री रहे पीएचडी डिग्री वाले कुबेर डिडोर आदिवासी नेता हैं और इन्होने इस बार भूपेंद्र मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है.
भूपेंद्र पटेल सरकार में मंत्री रह चुके जगदीश विश्वकर्मा ने एक बार फिर मंत्रिपद की शपथ ली है. बता दें जगदीश विश्वकर्मा गुजरात में चर्चित ओबीसी चेहरा हैं, और इन्हें ओबीसी वर्ग को साधने के लिए मंत्री बनाया गया है, इन्हें राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है.
भूपेंद्र पटेल सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे हर्ष सांघवी जैन समाज से आने वाले युवा नेता हैं और अक्सर ही सुखियों में रहते हैं. हर्ष संघवी ने रेकॉर्डतोड़ वोट के साथ जीत हासिल की जिसके बाद इन्हें इस बार राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है.
मोलूभाई बेरा ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ले ली है. आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री चेहरा ईशुदान गढ़वी को हराकर मोलूभाई विधानसभा में आए हैं, अहीर समाज से आने वाले मोलूभाई बेरा ने खंभालिया सीट जीतने के बाद खासा चर्चा में आ गए.
कुंवरजी नरसिंह भाई हलपति ने सूरत की मांडवी सीट से जीत हासिल की है, वो दूसरी बार विधायक बने हैं, इससे पहले भी वो भूपेंद्र कैबिनेट में शामिल थे. इस बार हलपति ने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है.
प्रफुल्ल पानसेरीया एक पाटीदार नेता हैं और भूपेंद्र पटेल सरकार में पहली बार मंत्री भी रहे हैं, इस बार उन्होंने राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है.
भीखूजी परमार आदिवासी इलाके के मोडासा सीट से विधायक हैं और ओबीसी समाज से आते हैं, भीखूजी ने भी राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली है.
ऋषिकेश पटेल उत्तर गुजरात के बड़े पाटीदार चेहरा हैं, नितिन पटेल को मंत्रीमंडल से हटाए जाने के बाद इन्हें भूपेंद्र पटेल सरकार आरोग्य मंत्री बनाए गए थे और इस बार भी उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद मिला है.
कनुभाई देसाई ब्राह्मण परिवार से आते हैं, इन्हें भी भूपेंद्र पटेल कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री की जगह दी गई है. कनुभाई देसाई भूपेंद्र पटेल सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं, ये भूपेंद्र कैबिनेट में शामिल होने वाले पहले ब्राह्मण नेता हैं.
सौराष्ट्र के पाटीदार नेता और पेशे से किसान राघवजी पटेल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए हैं, राघवजी पटेल साल 2017 में विधानसभा चुनाव हार गये थे, और फिर बाद में उपचुनाव जीतकर भूपेन्द्र पटेल सरकार में कृषि मंत्री बने थे इस बार भी उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है. ‘
कोली समाज का बड़ा चेहरा माने जाने वाले कुंवरजी बावलिया ने पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2017 में कांग्रेस की टिकट पर जीत हासिल की थी, इस जीत के बाद वो कांग्रेस से भाजपा में शामिल हो गए थे. इसके अलावा वो विजय रूपाणी सरकार में मंत्री भी बने थे. जसदान उपचुनाव में जीतने के बाद भी भूपेन्द्र पटेल सरकार में जगह नहीं मिली थी लेकिन इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.’
कांग्रेस नेता का विवादित बयान, लोगों से कहा- ‘पीएम मोदी की हत्या के लिए तत्पर रहो’