जयपुर: काफी समय से राजस्थान कांग्रेस की अंदरूनी कलह अब शांत हो गई है जहां कांग्रेस नेतृत्व ने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सुलह करवा दी है. जानकारी के अनुसार पार्टी आलाकमान ने गुरुवार (6 जुलाई) को सचिन पायलट की तीनों मांगों को मान लिया है. दूसरी ओर गहलोत सरकार भी वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने पर राजी हो गई है.

सुलझा लिया गया विवाद

गौरतलब है कि राजस्थान में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इन्हीं चुनावों के मद्देनज़र कांग्रेस ने पार्टी में चल रही अंदरूनी कलह पर काम करना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गुरुवार को राजस्थान कांग्रेस की अहम बैठक हुई जिससे बड़ी बात सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी के आलाकमान द्वारा गहलोत और पायलट के बीच चल रहे विवाद को सुलझा लिया गया है.

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सचिन पायलट की तीनों मांगे भी मान ली गई हैं. वहीं पायलट की भूमिका को लेकर भी आने वाले दिनों में पार्टी आलाकमान द्वारा बड़ा ऐलान किया जा सकता है. गहलोत सरकार ने भी ऐलान कर दिया है कि वह जल्द से जल्द वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करेगी. बता दें, गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस की बैठक में अशोक गहलोत और पीसीसी चीफ समेत प्रदेश कांग्रेस के 29 नेता शामिल हुए.

ये हैं पायलट की तीन मांग

राजस्थान लोक सेवा आयोग यानी RPSC को ख़त्म कर फिर से इसका गठन हो
पेपर लीक होने पर जिन भी छात्रों का नुकसान हुआ है उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए.
पूर्व सीएम और बीजेपी नेता वसुंधरा राजे सिंधिया के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच कराई जाए

 

सिंहदेव जैसा होगा पायलट का हाल ?

गौरतलब है कि हाल ही में कांग्रेस आलाकमान ने छत्तीसगढ़ में भी सिंहदेव बनाम सीएम भूपेश बघेल की लड़ाई शांत करवाई है. जहां टीएस सिंहदेव को विधानसभा चुनाव से कुछ ही समय पहले डिप्टी सीएम का पद सौंप दिया है. कुछ इसी तरह की संभावना राजस्थान में भी जताई जा रही थी जहां जल्द ही पायलट को लेकर बड़ा ऐलान हो सकता है.