नई दिल्ली। अमेरिकी दौरे पर गए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया. मैनहट्टन के जेविट्स सेंटर में सामुदायिक रैली में अपनी बात रखते हुए राहुल ने गांधी और गोडसे को लेकर बड़ा बयान दिया. कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत में इस वक्त कांग्रेस बनाम बीजेपी की लड़ाई […]
नई दिल्ली। अमेरिकी दौरे पर गए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया. मैनहट्टन के जेविट्स सेंटर में सामुदायिक रैली में अपनी बात रखते हुए राहुल ने गांधी और गोडसे को लेकर बड़ा बयान दिया. कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत में इस वक्त कांग्रेस बनाम बीजेपी की लड़ाई नहीं है, बल्कि दो विचारधाराओं की लड़ाई है. इस लड़ाई में एक तरफ महात्मा गांधी हैं और दूसरी ओर नाथूराम गोडसे.
राहुल गांधी ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सीमित संसाधनों के साथ अमेरिका आए और यहां आपने कुछ शानदार, कुछ अद्भुत बनाया. आप सभी की यहां तक पहुंचने की अलग-अलग यात्राएं हैं और कोई भी कम या ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है. आप यहां पर संस्कृति, धर्म या अमेरिका के इतिहास को गाली देने नहीं आए. इसीलिए आप और आप जैसे लाखों लोग हमारे लिए राजदूत हैं, जो हमारे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं. राहुल ने कहा कि आप सभी देश के एक विशेष दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं, क्योंकि आप जानते हैं कि घर (भारत) में इस वक्त लड़ाई चल रही है.
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि भारत में दो विचारधाराओं की लड़ाई चल रही है. एक विचारधारा जिसका हम प्रतिनिधित्व करते हैं और दूसरी विचारधारा का भाजपा और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के लोग प्रतिनिधित्व करते हैं. मुझे लगता है कि इस लड़ाई का वर्णन करने के लिए सबसे आसान तरीका यह है कि एक तरफ महात्मा गांधी खड़े हैं और दूसरी ओर नाथूराम गोडसे है. राहुल गांधी ने कहा कि एक ओर महात्मा गांधी की विचारधारा है, जिसने अहिंसा का प्रचार किया और सत्य की खोज की है. वहीं दूसरी ओर नाथूराम गोडसे की विचारधारा है, जो हिंसक, गुस्सैल और अपने जीवन की वास्तविकता का स्वीकार करने में असमर्थ है.
राहुल गांधी ने कहा कि महात्मा गांधी आगे की देखने वाले, आधुनिक और खुले दिमाग के इंसान थे. वहीं गोडसे हमेशा सिर्फ अतीत की बातें करता था. उसने कभी भविष्य की बात नहीं की थी. सिर्फ अतीत की बातें. वह क्रोधित, घृणास्पद और साफ तौर पर डरा हुआ था. वह दिल से कायर इंसान था, जो अपने जीवन का सामना करने में पूरी तरह से असमर्थ था. दूसरी ओर महात्मा गांधी जी ने इस ग्रह की सबसे बड़ी ताकत का सामना किया, वो ताकत जो संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना में ज्यादा शक्तिशाली थी. राहुल ने आगे कहा कि महात्मा गांधी ने इस ताकत का सामना किया, क्योंकि वे सत्य का पालन करते थे और विनम्र थे.
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