मुंबई, महाराष्ट्र में जारी सियासी बवाल के बीच महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. ख़बरों के मानें तो भाजपा ने प्रदेश में सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. जहां अगले दो दिनों के भीतर अविश्वास प्रस्ताव लाने की भी खबरें तेज हैं. जहाँ खबरें ये भी […]
मुंबई, महाराष्ट्र में जारी सियासी बवाल के बीच महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. ख़बरों के मानें तो भाजपा ने प्रदेश में सरकार बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. जहां अगले दो दिनों के भीतर अविश्वास प्रस्ताव लाने की भी खबरें तेज हैं. जहाँ खबरें ये भी हैं कि फडणवीस दिल्ली में शिंदे से मिल सकते हैं. शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ गुवाहाटी से दिल्ली आ सकते हैं. जहां भाजपा नेता और उनके बीच सरकार बनाने और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हो सकती है. बता दें, आज शिंदे गुट की 1 बजे महत्वपूर्ण बैठक भी है. कहा जा रहा है कि एकनाथ इस बैठक के बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगे. दूसरी ओर शिवसेना ने भी कैबिनेट की बैठक बुलाई है. जो आज 2;30 बजे होनी है.
महाराष्ट्र का सियासी संकट अब सुप्रीम कोर्ट की दहलीज पर है. जहां पिछले दिनों शिवसेना ने भी यह बात साफ़ कर दी थी कि अब यह केवल सियासी संकट नहीं बल्कि राजनीतिक और कानूनी दोनों लड़ाई है. एक बार फिर शिवसेना सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का रूख करने की बात की है. +दूसरी ओर खबर सामने आ रही है कि राज्यपाल यदि सरकार से फ्लोर टेस्ट के लिए कहते हैं तो शिवसेना सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है. बता दें, बीते दिनों शिंदे गुट भी सुप्रीम कोर्ट में डिप्टी स्पीकर द्वारा लाए गए अयोग्य प्रस्ताव के खिलाफ अर्ज़ी लेकर पहुंचे थे.
एकनाथ शिंदे के बागी विधायक, भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बना सकते हैं. जहां बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है. शिंदे गुट के सभी विधायकों में से 8 को कैबिनेट मंत्री और 5 को MoS का दर्ज़ा भी दिया जा सकता है. जहां इस समीकरण के बनने पर 29 कैबिनेट मंत्री बीजेपी के होंगे.
बता दें, शिंदे गुट के साथ इस समय मौजूदा शिवसेना सरकार के 8 मंत्री हैं. ऐसे में शिंदे गुट वही मंत्रालय चाहेगा है जो कि विधायकों के पास पहले से थे. क्योंकि पिछले एक महीने में लिये गए सभी फैसलों को उद्धव सरकार द्वारा रोक दिया गया है. एकनाथ शिंदे चाहते हैं कि जो निर्दलीय विधायक बागी गुट के साथ आए हैं उन्हें भाजपा कोटे में से मंत्री बनाया जाए.
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