नई दिल्ली। भारत में अमेरिकी राजदूत को लेकर बुधवार को अमेरिकी सीनेट में वोटिंग हुई, जिसमें लॉस एंजिल्स के पूर्व मेयर एरिक गार्सेटी के नाम की मुहर लगी। गार्सेटी के पक्ष में 42 के मुकाबले 52 वोट पड़े। बताया जा रहा है कि वह जल्द ही भारत में अपना पदभार संभाल लेंगे। बता दें कि, […]
नई दिल्ली। भारत में अमेरिकी राजदूत को लेकर बुधवार को अमेरिकी सीनेट में वोटिंग हुई, जिसमें लॉस एंजिल्स के पूर्व मेयर एरिक गार्सेटी के नाम की मुहर लगी। गार्सेटी के पक्ष में 42 के मुकाबले 52 वोट पड़े। बताया जा रहा है कि वह जल्द ही भारत में अपना पदभार संभाल लेंगे। बता दें कि, दो साल से अधिक वक्त से भारत में अमेरिका के राजदूत का पद खाली है।
एरिक गार्सेटी से पहले केनिथ जस्टर भारत में अमेरिका के आखिरी राजदूत थे। उन्हें जनवरी 2021 में अमेरिकी सरकार ने वापस बुला लिया था। बता दें कि, गार्सेटी का नामांकन अमेरिकी संसद में जुलाई 2021 से ही लंबित था, उस समय राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन्हें इस प्रतिष्ठित राजनयिक पद के लिए नामांकित किया था।
भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में अपने नामांकन की मंजूरी मिलने के बाद एरिक गार्सेटी ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने एक बयान में कहा है कि वह आज के नतीजे से काफी खुश हैं। गार्सेटी ने कहा कि लंबे वक्त से खाली पड़े इस महत्वपूर्ण पद को भरना काफी जरूरी था। अपने बयान में उन्होंने आगे कहा कि मैं राष्ट्रपति बाइडेन और व्हाइट हाउस का आभारी हूं।
एरिक गार्सेटी की वेबसाइट के अनुसार, उनका पालन-पोषण अमेरिकी शहर सैन फर्नांडो में हुआ था। उन्होंने कोलंबिया यूनिवर्सिटी में बी.ए और एम.ए की पढ़ाई की है। इसके साथ ही गार्सेटी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में भी पढ़े हैं। उन्होंने करीब 12 साल तक अमेरिकी नेवी रिजर्व में एक अधिकारी के रूप में कार्य किया है। इसके साथ ही गार्सेटी जुलाई 2013 से दिसंबर तक लॉस एंजिल्स के 42वें मेयर थे।
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