नई दिल्ली, चुनाव आयोग ने दिल्ली नगर निगम चुनाव- 2022 (MCD Election- 2022) का ऐलान कर दिया है, जानकारी के मुताबिक राज्य चुनाव आयोग की ओर से निगम भवन, कश्मीरी गेट पर एक प्रेस कांफ्रेंस की जा रही है जिसमें चुनाव की तारीख का ऐलान किया गया है. दिल्ली में एमसीडी चुनाव एक ही चरण […]
नई दिल्ली, चुनाव आयोग ने दिल्ली नगर निगम चुनाव- 2022 (MCD Election- 2022) का ऐलान कर दिया है, जानकारी के मुताबिक राज्य चुनाव आयोग की ओर से निगम भवन, कश्मीरी गेट पर एक प्रेस कांफ्रेंस की जा रही है जिसमें चुनाव की तारीख का ऐलान किया गया है. दिल्ली में एमसीडी चुनाव एक ही चरण में चार दिसंबर को होंगे और सात दिसंबर को इसके नतीजे आएँगे.
बता दें, एमसीडी के एकीकरण के बाद नगर निगम के वार्डों की संख्या घट गई है जबकि पार्षदों का दायरा बढ़ गया है, इसके साथ परिसीमन के चलते वार्डों का नाम और नंबर भी बदल गए हैं.
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) इस समय तीन हिस्सों में बंटी हुई है, जो उत्तरी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली के रूप में जानी जाती थी, लेकिन केंद्र सरकार ने मई 2022 में दिल्ली के तीनों निगमों को मिलाकर एक कर दिया, अब तक दिल्ली नगर निगम में एक ही मेयर, कमिश्नर और चीफ इंजीनियर तीन-तीन हुआ करते थे, जो अलग-अलग जोन के हेड होते थे, लेकिन एमसीडी के एकीकरण किए जाने के बाद अब मेयर, कमिश्नर और चीफ इंजीनियर एक-एक ही होंगे और पहले के मुकाबले अब उनके पास ज्यादा शक्तियां होंगी.
दिल्ली नगर निगम चुनाव में सीधे तौर पर मेयर का चुनाव नहीं किया जाता है बल्कि इसके बाद पार्षदों का चुनाव किया जाता है, दिल्ली में 250 पार्षद के लिए चुनाव किए जाएंगे, ऐसे में जिस पार्टी के सबसे ज्यादा पार्षद जीतकर आएंगे उसी पार्टी का मेयर होगा क्योंकि पार्षदों के जरिए मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव किया जाता है. पांच साल में हर एक साल पर मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन का चुनाव होता है.
दिल्ली नगर निगम में परिसीमन के बाद अब कुल 250 पार्षद सीटें हैं, जबकि पहले 272 सीटें थीं. पहले उत्तरी और दक्षिण नगर निगम 104-104 सीटें थी वहीं पूर्वी दिल्ली में 64 सीटें थी लेकीजन अब तीनों वार्डों के एकीकरण और परीसीमन के बाद ये सीट घटकर 250 हो गई हैं. दिल्ली के 21 विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक वार्ड कम किए गए हैं तो वहीं एक विधानसभा में सीट बढ़ी भी है, ऐसे में आगामी चुनाव में 250 वार्डों में पार्षद के चुनाव होंगे.
दिल्ली नगर निगम की 250 सीटों में से अनुसूचित जाति (SC) के लिए 42 सीटें आरक्षित की गई हैं जबकि महिलाओं के लिए 50 फीसदी सीटें आरक्षित रहेंगी, पहले ही इन सीटों को चिन्हित कर लिया गया है. आम तौर पर ये सब चुनाव की घोषणा से पहले ही कर लिया जाता है, ऐसे ही ओबीसी के लिए 27 फीसदी सीटों को भी आरक्षित किया जाना है.
एमसीडी चुनाव में फिलहाल 1.49 करोड़ मतदाता है और दिल्ली के सभी मतदान केंद्रों की सूची को छह तारिख तक तैयार कर लिया जाएगा. वहीं, पोलिंग बूथवार मतदाताओं की सूची भी जारी की जाएगी, ऐसे में चुनाव आयोग दिल्ली विधानसभाओं के हिसाब से तैयार मतदाता सूची का ही इस्तेमाल आगामी निगम चुनाव में करेगा. कहा जा रहा है कि 1500 मतदाताओं पर एक पोलिंग बूथ बनाए जा सकते हैं.
दिल्ली में 250 वार्ड में नगर निगम चुनाव होने वाले हैं, दिल्ली विधानसभा के हिसाब से बने मतदाता सूची का इस्तेमाल एमसाडी चुनाव में किया जाएगा, दरअसल, पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में 2860 पोलिंग स्टेशन पर कुल 13 हजार 760 मतदान बूथ बनाए गए थे, लेकिन ये तो निकाय चुनाव है और इसमें मतदाताओं की संख्या बढ़ी भी है, लिहाजा मतदान केंद्रों की संख्या पिछले चुनाव के मुकाबले ज्यादा होगी. वहीं, जिला चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि पोलिंग स्टेशन जिस वार्ड के लिए बनाए जा रहे हैं, वे उसी की सीमा क्षेत्र में स्थित हो. बता दें निकाय चुनाव कराने के लिए बिहार के 12 जिलों से 30 हजार ईवीएम मंगाई गई हैं.
दिल्ली में एमसीडी चुनाव का ऐलान हो गया है, चार दिसंबर को चुनाव होंगे और सात को नतीजे आएँगे. ऐसे में, आज से ही राजधानी में आचार संहिता लागू हो गई है, आचार संहिता के तहत राजधानी में रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर पर रोक रहेगी और एक उम्मीदवार चुनाव प्रचार के लिए सिर्फ आठ लाख तक का ही खर्च कर सकेगा. 7 नवंबर तक नामांकन की प्रक्रिया जारी रहेगी, ऐसे में उम्मीदवार सुबह दस बजे से लेकर शाम के छह बजे तक अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे. वहीं चुनाव के लिए एक लाख से ज्यादा स्टाफ रहेगा जबकि सीनियर लेवल पर 11 डीएम निर्वाचन अधिकारी होंगे. साथ ही ईवीएम पर कैंडिडेट के फोटोग्राफ की भी व्यवस्था होगी. इस संबंध में 55 हजार से ज्यादा ईवीएम की एफएलसी करा ली गई है.
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