नई दिल्ली: चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान को जगाने की कोशिश जारी है. इसरो आज (23 सितंबर) को लैंडर और रोवर को जगाने का प्रयास करेगा. इससे पहले कल भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया था कि अभी तक चंद्रयान-3 से कोई सिग्नल नहीं मिला है. संपर्क साधने की हमारी कोशिशें आगे भी जारी […]
नई दिल्ली: चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान को जगाने की कोशिश जारी है. इसरो आज (23 सितंबर) को लैंडर और रोवर को जगाने का प्रयास करेगा. इससे पहले कल भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया था कि अभी तक चंद्रयान-3 से कोई सिग्नल नहीं मिला है. संपर्क साधने की हमारी कोशिशें आगे भी जारी रहेंगी.
बता दें कि 14 दिनों वाली लंबी रात के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सूरज की रोशनी एक बार फिर से पहुंचने लगी है. ऐसे में इसरो लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान को जगाने की कोशिश कर रहा है. इससे पहले 2 सितंबर को इसरो ने रोवर को और फिर 4 सितंबर को लैंडर को स्लीप मोड पर डाला था.
स्लीप मोड पर डालने से पहले इसरो ने लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान की बैटरी को फुल चार्ज रखा था. इसके साथ ही रोवर को सूर्य की दिशा में रखा गया, जिससे सूर्योदय होने पर सूर्य का प्रकाश सीधे उसके सौर पैनलों पर पड़ेगा. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी को उम्मीद है कि लैंडर और रोवर फिर से काम करना शुरू कर देंगे.
गौरतलब है कि इसरो ने 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर चंद्रयान-3 मिशन को लॉन्च किया था. इसे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था. इसके बाद चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की. चांद के दक्षिण ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का पहला देश है.