नई दिल्ली : देश को आज अपना 16वा राष्ट्रपति मिल जाएगा, रायसीना हिल की दौड़ के लिए पहले राउंड की काउंटिंग में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को काफी पछाड़ दिया है, जहाँ पहले राउंड में मुर्मू को 748 में से 540 वोट मिले जबकि यशवंत सिन्हा को 208 […]
नई दिल्ली : देश को आज अपना 16वा राष्ट्रपति मिल जाएगा, रायसीना हिल की दौड़ के लिए पहले राउंड की काउंटिंग में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को काफी पछाड़ दिया है, जहाँ पहले राउंड में मुर्मू को 748 में से 540 वोट मिले जबकि यशवंत सिन्हा को 208 मत मिले. अब दूसरे राउंड में भी द्रौपदी मुर्मू ने बढ़त बना ली है, दूसरे राउंड की वोटिंग में द्रौपदी मुर्मू को 483299 वोट मिले, मुर्मू को अब तक कुल 1349 वोट मिले हैं जबकि यशवंत सिन्हा को कुल 537 वोट मिले हैं.
द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून के दिन साल 1958 में ओडिशा के मयूरभंज जिले स्थित बैदापोसी गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडू है जो एक आदिवासी जातीय समूह संथाल परिवार से ताल्लुक रखते हैं.
शिक्षा की बात करें तो द्रौपदी मुर्मू ने अपनी प्राथमिक शिक्षा ओडिशा के छोटे से गांव उपरबेड़ा में स्थित एक छोटे से स्कूल में पूरी की. यहां उन्होंने अपनी कक्षा सातवीं तक की पढ़ाई पूरी की थी. बता दें, आज उनके इसी स्कूल के बच्चों ने भी जश्न मनाया और अपनी द्रोपदी दीदी को नारे लगाते हुए ढेर सारी शुभकामनाएं भी दिन. इसके बाद द्रौपदी मुर्मू ने अपनी आगे की पढ़ाई जारी रखने के लिए रायरंगपुर में श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में एक स्कूल शिक्षिका के रूप में काम किया और इसी दौरान उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा पूरी की। बाद में द्रौपदी मुर्मू ने साल 1997 में भाजपा पार्टी जॉइन की.
बता दें, राष्ट्रपति चुनावों में वोटिंग की प्रक्रिया 18 अप्रैल को पूरी हुई. जिसके नतीजे आज यानी 21 जुलाई को सामने आने हैं. अगर द्रौपदी मुर्मू चुनाव जीत जाती हैं तो भारत के लिए एक नया इतिहास होगा. NDA उम्मीदवार के तौर पर द्रौपदी मुर्मू ने जीत हासिल कर वह देश की पहली आदिवासी महिला और दूसरी महिला राष्ट्रपति बन जाएंगी.
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