शक्तिशाली भूकंप से 4 देशों में तबाही, तुर्की-सीरिया में 521 लोगों की मौत, लेबनान और इजरायल भी कांपे

नई दिल्ली। आज सुबह मध्य पूर्व के चार देश- तुर्की, सीरिया, लेबनान और इजरायल भूकंप के तेज झटकों से हिल गए। 7.8 की तीव्रता वाले इस शक्तिशाली भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान तुर्की और उसके पड़ोसी देश सीरिया में हुआ है। तुर्की में अब तक भूकंप के वजह से 284 लोगों की मौत हुई है […]

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शक्तिशाली भूकंप से 4 देशों में तबाही, तुर्की-सीरिया में 521 लोगों की मौत, लेबनान और इजरायल भी कांपे

Vaibhav Mishra

  • February 6, 2023 1:55 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। आज सुबह मध्य पूर्व के चार देश- तुर्की, सीरिया, लेबनान और इजरायल भूकंप के तेज झटकों से हिल गए। 7.8 की तीव्रता वाले इस शक्तिशाली भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान तुर्की और उसके पड़ोसी देश सीरिया में हुआ है। तुर्की में अब तक भूकंप के वजह से 284 लोगों की मौत हुई है और 2 हजार से अधिक लोग घायल हैं। वहीं, सीरिया में 237 लोगों की जान चली गई है और 639 लोग जख्मी हैं। बता दें कि लेबनान और इजरायल में भी भूकंप के झटके महसूस किए हैं। हालांकि यहां पर किसी नुकसान की खबर नहीं है।

गाजियांटेप शहर था भूकंप का केंद्र

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस भूकंप का केंद्र तुर्की का गाजियांटेप शहर था। यह शहर सीरिया बॉर्डर से करीब 90 किलोमीटर दूर है। इसी वजह से सीरिया में भी भूकंप से काफी तबाही हुई है। सीरिया के दमिश्क, अलेप्पो, हमा, लताकिया समेत कई शहरों में भूकंप की वजह से इमारतें गिरने की खबर है।

तुर्की के इन शहरों में ज्यादा तबाही

बता दें कि इस शक्तशाली भूकंप से तुर्की के अंकारा, गाजियांटेप, कहरामनमारस, डियर्बकिर और नूरदगी शहर समेत 10 शहरों में भारी तबाही हुई है। खबरों के मुताबिक तुर्की में कुल 1,710 से ज्यादा बिल्डिंग गिरी है। कई लोग अभी मलबे के नीचे दबे हैं। फिलहाल लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।

राष्ट्रपति अर्दोआन ने बयान जारी किया

तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने भूकंप के झटकों को लेकर बयान जारी किया है। उन्होंने भूकंप प्रभावित इलाकों में शुरू किए गए बचाव अभियान को लेकर ट्वीट किया है। राष्ट्रपति ने कहा है कि देश में भूकंप से प्रभावित हुए अपने नागरिकों के प्रति मैं संवदेना प्रकट करता हूं। हमारे सभी बचाव दल सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। गृह मंत्रालय समेत तमाम अन्य एजेंसियों की ओर से बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।

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